मुजफ्फरनगर। ईंट निर्माता समिति की बैठक पूर्व महामंत्री हाजी मुजीबुर रहमान के भट्ठे पर हुई, जिसकी अध्यक्षता समिति के अध्यक्ष राकेश डागर ने की। इसमें विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की गई।
के अध्यक्ष राकेश डागर ने कहा कि ईंट भट्ठे एक मार्च से 30 जून तक चलते हैं। इसमें प्रदूषण का ग्राफ बहुत कम होता है, बावजूद इसके कोयले की बंदी कर दी गई। उधर, लाल ईंट पर छह प्रतिशत जीएसटी लगा दी गई। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर जब चार महीने ही भट्ठे चलाने की अनुमति है तो व्यापारियों से पूरे साल का विनिमय शुल्क क्यों वसूला जाता है। उन्होंने मांग की कि एनसीआर में कोयले पर लगी पाबंदी हटाई जाए और ईंट भट्ठे का विनियम शुल्क एक तिहाई किया जाए। उस पर लगाई गई जीएसटी पूरी तरह से खत्म की जाए और ईंट भट्ठे स्वामियों का लेबर द्वारा किया जा रहा उत्पीड़न बंद हो। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी जाती हैं तो ईंट निर्माता समिति जिले में धरना प्रदर्शन करने पर उतारू होगी। आने वाले सीजन में इस उद्योग को बचाने के लिए हड़ताल की जाएगी। इस दौरान समिति के संरक्षक केपी सिंह, पूर्व अध्यक्ष राजेंद्र तोमर, भूपेंद्र मलिक, लेखराज सिंह, शमशाद अली, परमजीत लाटियान, कृष्ण वीर, मोहन राठी, जिया उर्रहमान, परविंदर तोमर, प्रदीप डागर, राजीव तूडी मौजूद रहे।
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