मेरठ। किसानों की समस्याओं को लेकर भारतीय किसान यूनियन ने शुक्रवार को कमिश्नरी स्थित चौधरी चरण सिंह पार्क में किसान महापंचायत का आयोजन किया। महापंचायत में राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने केंद्र व प्रदेश सरकार पर खूब निशाना साधा। राकेश टिकैत ने कहा कि प्रदेश में 2027 तक भाजपा की सरकार है और इन्होंने अपने घोषणा पत्र में प्रदेश के किसानों को बिजली फ्री देने की बात कही थी। प्रदेश में मुख्यमंत्री महात्मा हैं, बिजली बिल की घोषणा को लेकर झूठ थोड़े ही बोलेंगे। जब तक इनकी सरकार है तब तक हम बिजली बिल नहीं देंगे। कोई भी किसान अपने नलकूप पर मीटर नहीं लगने देगा।
राकेश टिकैट ने कहा कि दिल्ली सरकार के एक मंत्री को इन्होंने जेल में बंद कर दिया है। किसान की जमीन को लूटने का कार्य सरकार कर रही है। जेवर एयरपोर्ट के साथ हाईवे परियोजनाओं में कई मामले सामने आ चुके हैं। गन्ने का भुगतान, गन्ने का दाम, स्वामीनाथन कमेटी की रिपोर्ट, बेसहारा पशु, एमएसपी गारंटी कानून आदि की मांग को भी टिकैत ने महापंचायत के मंच से रखा।
भाकियू की महापंचायत के दौरान सुरक्षा के चलते दोपहर में कमिश्नरी पार्क के आसपास पुलिस ने ड्रोन उड़ाकर नजर रखी। अफसर दूर बैठकर ही सबपर नजर रखे हुए थे। बड़ी संख्या में चारों तरफ पुलिसकर्मी थी। सादे कपड़ों में भी सिपाही घूम रहे थे। इसके अलावा खुफिया विभाग के कर्मचारी भी नजर रखे हुए थे। उधर, हापुड़ से आए विकास और बागपत से आए सुरेंद्र की किसी ने जेब काट ली थी। कुछ अन्य की जेब पर भी हाथ साफ हो गया था।
भाकियू ने महापंचायत में उठाईं ये मुख्य मांगें
गन्ना मूल्य बढ़ाकर 500 रुपये प्रति कुंतल किया जाएं।
गन्ने का बकाया भुगतान तत्काल कराया जाए।
बेसहारा पशुओं की समस्या से मुक्ति मिले।
घोषणा पत्र के मुताबिक बिजली निश्शुल्क मिले।
स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट को लागू किया जाए।
एमएसपी गारंटी कानून लागू करें और किसान आयोग का गठन करें।
आंदोलन के दौरान किसानों पर हुए मुकदमे वापस लिए जाएं।
किसान परिवारों को स्वास्थ्य योजना के अंतर्गत लाया जाए।
सोलर एनर्जी को बढ़ावा देने के लिए किसानों को अनुदान दिया जाए।
मंडी व्यवस्था को सुदृढ बनाया जाए।
खेती को विश्व व्यापार संगठन से अलग किया जाए।
एनजीटी के नियमों में किसानों को ढील दी जाए।
भूमि अधिग्रहण की नीति को किसानों के अनुकूल बनाया जाए।
पंचायत स्तर पर खेल मैदान विकसित किए जाएं।
जेवर एयरपोर्ट के लिए विस्थापित ग्रामीणों को बढ़ा मुआवजा दिया जाए।
राकेश टिकैत ने कहा कि विपक्ष को सरकार खूंटे से बांधने का काम कर रही है। समय आ गया है कि इनके खूंटे उखाड़ने पड़ेंगे। आंदोलन को मजबूत रखना होगा। किसानों को नशे से दूर रहना होगा व झगड़ा बिल्कुल नहीं करना है।
किसान के 10 साल पुराने ट्रैक्टर को लेकर कहा कि यदि ट्रैक्टर पर रोक लगाने का प्रयास भी किया गया तो ट्रैक्टर किसान का टैंक बनेगा। किसान किसी प्रकार ट्रैक्टर खरीदकर खेती करता है, लेकिन 10 साल होते ही सरकार कहती है ट्रैक्टर काटना पड़ेगा।