शामली। प्रदेश की चित्रकूट जेल में बंद कैराना से समाजवादी पार्टी के विधायक नाहिद हसन को कड़ी सुरक्षा-व्यवस्था के बीच कोर्ट में पेशी पर लाया गया। उनके विरुद्ध स्थानीय एमपी/एमएलए कोर्ट में सरकारी कार्य मे बाधा डालने, जानलेवा हमले व मारपीट करने के मामले में न्यायालय में आरोप तय किये जाने के लिए तलब किया गया। विधायक की पेशी के दौरान न्यायालय परिसर पूरी तरह छावनी में तब्दील रहा।
मंगलवार को सपा विधायक नाहिद हसन करीब नौ महीने से गैंगस्टर के मामले में जेल में बंद है। विधायक को शासन के निर्देश पर गत 27 सितंबर को मुजफ्फरनगर जिला कारागार से चित्रकूट जेल में निरुद्ध किया गया था। मंगलवार को उन्हें कड़ी सुरक्षा के बीच चित्रकूट जेल से बंदीरक्षक गाड़ी से कैराना कोर्ट द्वारा तलब करने पर लाया गया। विधायक की पेशी के दौरान उनके खिलाफ दर्ज सरकारी कार्य मे बाधा डालने, मारपीट करने एवं जानलेवा हमले के मामले में स्थानीय एमपी/एमएलए कोर्ट में आरोप तय किये गए। करीब 8 मिनट कोर्ट में पेशी के बाद बंदीरक्षक वाहन से विधायक को चित्रकूट जेल के लिए रवाना किया गया।
न्यायपालिका की ओर से फरियादियों को सुलभ एवं सस्ता न्याय दिलाने वाले सिद्धांत को पुलिस ने बदल कर रख दिया है। जिससे फरियादियों को हड़काते हुए गेट से ही वापिस भेज दिया गया है।
वरिष्ठ अधिवक्ता अजय देशवाल के मोहक़ील को सुबह से पुलिस ने प्रवेश नहीं करने दिया। जिसके बाद वरिष्ठ अधिवक्ता अजय देशवाल ने जिला जज के समक्ष पुलिस की शिकायत कर पूरी जानकारी दी। जिसके बाद अधिवक्ता गेट पर पहुंचे और अपने मोहक़ील के साथ अंदर प्रवेश किया।
विधायक की पेशी के दौरान पुलिस ने न्यायालय के गेट पर ही पत्रकारों के प्रवेश पर पूर्ण प्रतिबंध लगाते हुए। कवरेज के दौरान अभद्र व्यवहार किया।
वर्ष 2019 सात जुलाई को झिंझाना में तैनात एसडीओ नाजिम अली ने विधायक नाहिद हसन आदि सहित के खिलाफ धारा 307, 352, 504, 353, 323 व 120 बी आईपीसी के तहत अभियोग दर्ज कराया था। मंगलवार को इसी मामले में विधायक पर कोर्ट में आरोप तय हुए है।