नई दिल्ली. ऑनलाइन ट्रेन टिकट लेने वालों के लिए जरूरी खबर है. अगर आप भी ऑनलाइन ट्रेन टिकट बुक करते हैं तो जान लीजिए कि इसके नियम में बदलाव हो गया है. अगर आपने नए नियम को फॉलो नहीं किया तो आप टिकट बुक नहीं कर पाएंगे.
दरअसल, अब आपको इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉर्पोरेशन से ऑनलाइन टिकट खरीदने के लिए पहले मोबाइल नंबर और ईमेल का वेरीफिकेशन कराना होगा, इसके बाद ही आप टिकट ले सकेंगे. ये नियम उन यात्रियों के लिए है जो लंबे समय से टिकट नहीं खरीदे हैं. आप महज 50 से 60 सेकंड इसे कर सकते हैं.
कोरोना संक्रमण की वजह से लंबे समय से टिकट बुक नहीं करने वाले यात्रियों के लिए रेलवे ने नए नियम बनाए हैं. ऐसे लोगों को आईआरसीटीसी के पोर्टल से टिकट खरीदने के लिए पहले उन्हें अपने मोबाइल नंबर और ईमेल को वेरीफाई करना होगा. इसके बाद ही टिकट मिलेगी. हालांकि नियमित टिकट बुक कराने वाले यात्रियों को इस प्रक्रिया से नहीं गुजरना होगा.
आईआरसीटीसी ऑनलाइन टिकट बेचता है. टिकट के लिए यात्री इस पोर्टल पर लॉगइन और पासवर्ड बनाते हैं. और फिर ऑनलाइन बुकिंग का लाभ उठाते हैं. लॉगइन पासवर्ड बनाने के लिए ईमेल और फोन नंबर की जानकारी देनी होती है. यानी आप ईमेल और फोन नंबर वेरीफाई होने पर ही टिकट बुक कर सकते हैं. आइए जानते हैं कैसे आप आसानी से कुछ सेकेंड में इसे वेरीफाई कर सकते हैं.
अब आप सोच रहे होंगे कि रेलवे ने ये नियम क्यों बनाया? दरअसल, कोरोना काल में जब ट्रेनों का संचालन बंद हुआ था उसके बाद कई लोगों के नंबर और आईडी में बदलाव भी हुआ. ऐसे में जिन लोगों ने लंबे समय से टिकट बुक नहीं किया खासकर उन लोगों को ध्यान में रख कर ये नियम आया है. आइआरसीटीसी के दिल्ली मुख्यालय के वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि कोरोना संक्रमण की पहली व दूसरी लहर व उसके पूर्व से पोर्टल पर जो अकाउंट निष्क्रिय थे उसे सुनिश्चित करने के लिए मोबाइल नंबर और ईमेल वेरिफिकेशन की प्रक्रिया शुरू की गई है.
– जब आप आईआरसीटीसी पोर्टल पर लॉगइन करेंगे तो वेरीफिकेशन विंडो खुलती है.
– इस पर पहले से रजिस्टर्ड ईमेल और मोबाइल नंबर डालें.
– अब बाईं तरफ एडिट व दाईं तरफ वेरिफिकेशन का विकल्प होता है.
– एडिट विकल्प को चुन कर आप अपना नंबर या ईमेल चेंज कर सकते हैं.
– वेरिफिकेशन का ऑप्शन चुनने पर आपके नंबर पर एक ओटीपी आएगा.
– ओटीपी डालने पर आपका मोबाइल नंबर वेरीफाई हो जाता है.
– इसी तरह ईमेल के लिए भी वेरिफिकेशन करना होगा.
– ईमेल पर मिले ओटीपी के माध्यम से इसे वेरीफाई किया जाता है.