मुजफ्फरनगर। मुजफ्फरनगर के छपार में हाईवे टोल प्लाजा से भाजपा का प्रचार वाहन लौटाने को लेकर भाकियू व भाजपा आमने-सामने आ गए हैं। मंगलवार को भाजपा नेताओं ने भाकियू नेता मांगेराम त्यागी के खिलाफ तहरीर देते हुए थाने में धरना देकर मुकदमा दर्ज करने की मांग की। वहीं, भाकियू ने मुकदमा दर्ज होने पर जिले की सीमाएं सील करने व सभी थानों में तंबू गाड़ने की चेतावनी दी है।
दिल्ली-दून हाईवे पर छपार टोल प्लाजा पर चल रहे धरने पर बैठे भाकियू कार्यकर्ताओं ने रविवार शाम भाजपा के प्रचार वाहन को वापस भेज दिया था। इस दौरान मोदी-योगी मुर्दाबाद के नारे लगाने के साथ ही वाहन चालक को जनपद के किसी गांव में वाहन लेकर नहीं घुसने की चेतावनी दी थी। इस प्रकरण का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद से ही भाजपा नेताओं में आक्रोश था। मंगलवार को बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता जिला उपाध्यक्ष राकेश आडवाणी के नेतृत्व में छपार थाने पहुंचे और मांगेराम त्यागी समेत अन्य भाकियू कार्यकर्ताओं के खिलाफ तहरीर देकर उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग की। भाजपा कार्यकर्ता कार्रवाई की मांग को लेकर थाने में ही धरने पर बैठ गए और मुकदमा दर्ज करने के लिए थाना पुलिस को 24 घंटे का समय दिया।
इसके साथ ही भाजपा नेताओं ने अपने स्तर से टोल प्लाजा से भाकियू का धरना उठवाने की भी चेतावनी दी। जिला उपाध्यक्ष ने मुकदमा दर्ज होने तक धरना जारी रखने की बात कही। कई घंटे तक धरना-प्रदर्शन के बाद इंस्पेक्टर प्रेम प्रकाश शर्मा ने भाजपा नेताओं को कार्रवाई का आश्वासन दिया, जिसके बाद धरना खत्म किया गया। इस दौरान भाजपा नेता पवन त्यागी, अशोक धीमान, मनोज जोधा, गजे सिंह, चमन वाल्मीकि, सुक्कड़ सिंह, प्रवीण चौधरी, संजय चौधरी, विशाल त्यागी, कंवरपाल और डॉ. अजब सिंह आदि मौजूद रहे।
उधर, थाने पर भाजपा के धरने को लेकर भाकियू के तेवर भी तल्ख हो गए हैं। पूर्व जिलाध्यक्ष धीरज लाटियान ने बयान जारी कर कहा कि यदि पुलिस-प्रशासन ने भाकियू कार्यकर्ताओं के खिलाफ किसी भी तरह का मुकदमा दर्ज किया तो इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा नेता प्रचार के बहाने धरनास्थल पर प्रचार वाहन के साथ पहुंचकर भाकियू कार्यकर्ताओं को उकसा रहे थे, जिसके बाद यह मामला हुआ। उन्होंने मुकदमा दर्ज होने पर जिले की सभी सीमाएं सील करने और सभी थानों में तंबू गाड़ने की चेतावनी दी है।