सतना. मध्य प्रदेश की सतना पुलिस ने करीब 4 साल पुराने ब्लाइंड मर्डर की गुत्थी को सुलझाने का दावा किया है. कोटर थाना क्षेत्र के गोरइया गांव में 19 जुलाई 2019 को एक खंडहर में अधजली लाश मिली थी. लाश के पास से एक दस्ताना बरामद किया गया था. शव को तेजाब डालकर जलाया गया था. पुलिस ने इस मामले में छानबीन शुरू की थी, लेकिन पुलिस को इसके लिए काफी मशक्कत करनी पड़ी. हत्यारोपियों ने इस हत्याकांड को इतने शातिर तरीके से अंजाम दिया था कि सबूत ढूंढ़ने में पुलिस के पसीने छूट गए. अब पुलिस ने इस हत्याकांड का खुलासा करने का दावा किया है. पुलिस का कहना है कि हत्याकांड को किसी और नहीं, बल्कि मृतक के भाई ने ही अंजाम दिया था. इसमें मृतक युवक की भाभी और जीजा भी शामिल थे.
पुलिस ने दावा किया कि मृतक का अपनी भाभी से नाजायज संबंध थे. समझाने के बाद भी मृतक अपनी हरकत से बाज नहीं आया. आखिरकार भाई ने कुल्हाड़ी से काटकर छोटे भाई की हत्या कर दी. मृतक की भाभी और जीजा ने मिलकर लाश को ठिकाने लगाया था. पुलिस ने इस मामले ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. जानकारी के अनुसार, 23 जुलाई 2019 को गोरइआ गांव के पोटाधाम मंदिर के पास बने खंडहर में एक युवक की लाश मिली थी. लाश तेजाब से जलाई गई थी. मृतक की शिनाख्त मोहम्मद जिलानी (19) के रूप में हुई थी. वह संबंधित साल में ही 19 जुलाई से लापता था. 4 दिन बाद युवक का शव घर से महज 200 मीटर की दूरी से बरामद हुआ था.
पुलिस को घटनास्थल के पास से एक हैंड ग्लब्स मिला था. ग्लब्स भी अधजला था. पुलिस जांच में मृतक की हत्या धारदार हथियार से किए जाने और शव को तेजाब से जलाने के सुराग मिले, लेकिन हत्यारोपियों के बारे में कोई सुराग हाथ नहीं लगा. कुछ दिनों तक पुलिस हाथ-पैर मारती रही, लेकिन सफलता नहीं मिली. साढ़े तीन साल बाद पुलिस फिर से सक्रिय हुई और ब्लाइंड मर्डर मिस्ट्री की जांच में जुट गई. महीनों की छानबीन के बाद मामले का खुलासा किया जा सका. कोटर थाना पुलिस ने इस हत्याकांड में शामिल तीनो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.
हत्या कोई और नहीं, बल्कि पारिवारिक सदस्यों ने की थी. पुलिस को गांव के ही एक दर्जन से ज्यादा लोगों पर हत्या का शक जताकर गुमराह किया जाता रहा. आखिरकार इस हत्या के राज का पर्दाफाश हुआ. दरअसल, हत्या बड़े भाई, उसकी पत्नी और जीजा ने मिलकर की थी. पुलिस अधीक्षक आशुतोष गुप्ता के मुताबिक मृतक जिलानी का बड़े भाई नशीम की पत्नी आयशा से नाजायज संबंध थे. बड़े भाई को इस रिश्ते की भनक लगी तो उसने छोटे भाई को समझाया. बताया जाता है कि इसके बाबजूद भी मृतक ने भाभी से मिलना-जुलना बंद नहीं किया.
एसपी आशुतोष गुप्ता ने बताया कि 19 जुलाई की दोपहर मृतक और भाभी आपत्तिजनक हालत में मिले थे. ऐसे में बड़े भाई नशीम ने आपा खो दिया और कुल्हाड़ी से छोटे भाई जिलानी को काट डाला. हत्या के बाद आरोपी नशीम पत्नी आयशा और जीजा हलीम के साथ मिलकर शव को खंडहर में छिपा दिया. साक्ष्य छुपाने की नियत से शव को तेजाब से जलाया गया था, मगर शव के पास मिले ग्लब्स ने सारे राज खोल दिए. तकरीबन 4 साल बाद पुलिस हत्यारों तक पहुंची.