नई दिल्ली. हमारे बड़े बुजुर्ग से लेकर हेल्थ एक्सपर्ट्स हमेशा इस बात को लेकर जोर देते हैं कि कि अच्छी सेहत के लिए रोजाना एक से 2 ग्लास दूध पीना जरूरी है, ये एक कंप्लीट फूड है जिसमें वो तमाम न्यूट्रिएंट्स पाए जाते हैं जो हमारे शरीर के लिए बेहद जरूरी हैं, लेकिन क्या दूध से बॉडी को कई खतरा भी हो सकता है, इस सवाल का जवाब हम आपको दे देते हैं. दरअसल एक रिसर्च में ये खुलासा हुआ है कि कोलेस्ट्रॉल मरीजों को दूध नहीं पीना चाहिए क्योंकि इससे ट्राईग्लिसराइड बढ़ जाता है जिससे हार्ट अटैक जैसी गंभीर बीमारियों को दावत मिलती है. तो आखिर हम दूध पिएं कि नहीं, आइए जानते हैं.
ट्राईग्लिसराइड क्या होता है?
ट्राइग्लिसराइड्स असल में लिपिड (मोम जैसे फैट) होते हैं जो आपके शरीर को एनर्जी देते हैं. आपका शरीर ट्राइग्लिसराइड्स बनाता है और इसे आपके द्वारा खाए जाने वाले फूड्स से भी हासिल करता है. हाई कोलेस्ट्रॉल के साथ हाई ट्राइग्लिसराइड्स हार्ट अटैक, स्ट्रोक और पैंक्रियाटाइटिस का खतरा बढ़ा देते हैं. बेहतर जीवनशैली और हेल्दी फूड्स खाकर ट्राइग्लिसराइड के लेवल को कम किया जा सकता है.
क्या दूध पीने से बढ़ता है ट्राईग्लिसराइड?
-शरीर में ट्राईग्लिसराइड की मात्रा न बढ़े, इसके लिए आपको सबसे पहले कोलेस्ट्रॉल लेवल को कम करना होगा, वरना खतरा बढ़ सकता है.
– अगर हमारे खून में बैड कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बढ़ जाए तो ब्लड वेसेल्स में ब्लॉकेज हो जाती है और फिर खून को दिल तक पहुंचने के लिए काफी जोर लगाना पड़ता है, जिससे बल्ड प्रेशर बढ़ता है और हार्ट अटैक आ जाता है
-हाई कोलेस्ट्रॉल में लो फैट दूध पीने से शरीर को कोई खतरा नहीं होता, हालांकि ज्यादा फैट वाले मिल्क के सेवन से बचना चाहिए. दूध से आपके शरीर को ताकत मिलेगी, लेकिन जिन लोगों को फैट बढ़ने का खतरा है, वो दूध को पीने से पहले मिलाई अलग कर लें.