मुजफ्फरनगर। भौरा कलां निवासी यूपी पुलिस के सिपाही की मौत के खुलासे के लिए परिवार और पाल समाज ने कैंडल मार्च निकाला। आरोप लगाया कि सिपाही अंकित की मौत संदिग्ध परिस्थितियों में हुई है। शहर के कच्ची सड़क स्थित एक सभागार में रविवार को सिपाही अंकित पाल की श्रद्धांजलि सभा का आयोजन हुआ। जिसमें बड़ी संख्या में पाल समाज के लोगों ने पहुंचकर श्रद्धांजलि दी। इसके बाद परिवार और समाज के लोगों ने कैंडल मार्च निकाला।
कच्ची सड़क से होते हुए अहिल्याबाई चौक पर समाप्त हुआ। अंकित को न्याय दिलाने के लिए नारेबाजी की गई। इस दौरान मृतक सिपाही अंकित के भाई आशीष ने बताया कि उसका छोटा भाई 2020 में यूपी पुलिस में भर्ती हुआ था। उसकी तैनाती एटा के जलेसर थाने में थी। 20 जनवरी को उनके पास फोन आया कि उनके भाई ने आत्महत्या कर ली है। जिसके बाद परिवार मौके पर पहुंचा, तो वहां पर कोई भी आत्महत्या जैसी स्थिति नहीं मिली। आरोप है कि उनके भाई की हत्या की गई है।
उधर, अखिल भारतीय धनगर समाज महासंघ के संगठन मंत्री अरविंद धनगर ने कहा कि परिवार को पहले सड़क हादसे में मौत बताया गया और फिर आत्महत्या बताया गया है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि उसकी मौत संदिग्ध हालातों में हुई है। मौत की निष्पक्ष जांच हो और दोषियों को सजा मिले। इस मौके पर आशीष धनगर, शिवकुमार धनगर, विजेंद्र धनगर, राहुल धनगर, रामपाल धनगर, घसीटू धनगर, राजवीर, रामनिवास पाल, मोनू पाल, शिवम धनगर, सतीश धनगर मौजूद रहे।