मुजफ्फरनगर। शासन के आदेश के बाद एआरटीओ सुरेंद्र सिंह द्वारा स्कूल बसों की फिटनेस व कागजात चेक किए गए। गौरतलब है कि मुजफ्फरनगर में स्कूलों में बच्चों को लाने व ले जाने के लिए स्कूल वाहनों का प्रयोग किया जाता है।
बताया जाता है कि मुजफ्फरनगर में ऐसे वाहनों की संख्या बहुत अधिक है, जिनकी फिटनेस व कागज पूरे नहीं है। इस मामले का खुलासा उस समय हुआ था, जब बाईपास पर दो स्कूलों की बस आपस में टकरा गयी थी और एक स्कूल में पढ़ने वाले दो भाई-बहनों की मौके पर ही मौत हो गयी थी।
इस मामले की जांच हुई तो पता चला था कि जिस स्कूल वाहन में दोनों भाई-बहन सवार थे, उसकी फिटनेस नहीं हुई थी। हालांकि उस घटना के बाद परिवहन विभाग ने स्कूल बसों की फिटनेस चेक करने के लिए अभियान चलाने की बात कही थी, परन्तु इस तरह का कोई अभियान नहीं चलाया गया था।
अब इस मामले में शासन द्वारा आदेश जारी किये गये हैं कि स्कूल वाहनों के कागज व फिटनेस चेक किये जायें और जिन स्कूल वाहनों के कागज पूरे नहीं है और फिटनेस में कमी है, ऐसे वाहनों के खिलाफ कार्रवाई अमल में लायी जाये।
इसी आदेश के चलते मुजफ्फरनगर में भी 23 अप्रैल से अभियान चलाया जा रहा है। बुधवार को भी परिवहन विभाग द्वारा एआरटीओ सुरेन्द्र सिंह के निर्देशन में अभियान चलाया गया। इस दौरान एआरटीओ सुरेन्द्र सिंह ने बताया कि प्रतिबंधित वाहनों पर कार्रवाई आरटीओ विभाग द्वारा की जा रही है और आगे भी जारी रहेगी। सुरेंद्र सिंह ने बताया कि गाजियाबाद में एक बच्चे का स्कूल बस से एक्सीडेंट हो गया था, जिससे उसकी मौत हो गई थी उसी कड़ी में शासन के दिशा निर्देश यह अभियान चलाया जा रहा है।