नई दिल्ली. महंगाई से जूझ रहे मुंबईवासियों को एक साथ दोहरा झटका लगा है. महानगर गैस लिमिटेड ने बुधवार को सीएनजी और पीएनजी की कीमतों में एकसाथ बड़ी बढ़ोतरी कर दी है.
एमजीएल ने बताया कि शहर में कप्रेस्ड नेचुरल गैस की कीमतों में 6 रुपये प्रति किलोग्राम की बढ़ोतरी की गई है, जबकि पाइप्ड नेचुरल गैस के भाव 4 रुपये प्रति यूनिट बढ़ा दिए गए हैं. बढ़ी हुई कीमतें तत्काल प्रभाव से लागू भी हो चुकी हैं. कंपनी का कहना है कि रेट में यह बढ़ोतरी ग्लोबल और घरेलू बाजार में प्राकृतिक गैस की कीमतों में वृद्धि को देखते हुए की गई है. सीएनजी-पीएनजी के दाम लगातार बढ़ने की वजह से सप्लायर और डिस्ट्रीब्यूटर्स औद्योगिक इकाइयों को इसकी सप्लाई घटा रहे हैं.
सीएनजी और पीएनजी की कीमतों में किस कदर आग लगी हुई है, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि अप्रैल से अब तक इसके दाम छह बार बढ़ाए जा चुके हैं. एमजीएल का कहना है कि इनपुट कॉस्ट में लगातार बढ़ोतरी होने की वजह से हमें सीएनजी महंगी करनी पड़ रही. ताजा बढ़ोतरी के बाद मुंबई में सीएनजी का भाव 86 रुपये प्रति किलोग्राम पहुंच गया है, जबकि पीएनजी 52.50 रुपये प्रति स्टैंडर्ड क्यूबिक मीटर (एससीएम) के भाव पहुंच गई है.
एक महीने में ही सीएनजी और पीएनजी की कीमतों में दूसरी बार बढ़ोतरी की गई है. इससे पहले 12 जुलाई को सीएनजी के दाम 6 रुपये प्रति किलोग्राम बढ़ाए गए थे, जबकि पीएनजी 3 रुपये प्रति एससीएम महंगी हुई थी.
सीएनजी-पीएनजी की कीमतों में इसलिए लगातार बढ़ोतरी हो रही है, क्योंकि 1 अप्रैल को केंद्र सरकार ने घरेलू और आयातित नेचुरल गैस के दाम 110 फीसदी बढ़ा दिए थे. इस बढ़ोतरी ने राज्य सरकार की ओर से वैट घटाकर दी गई राहत को भी खत्म कर दिया था. महाराष्ट्र सरकार ने 1 अप्रैल को ही सीएनजी पर वैट 13.5 फीसदी से घटाकर 3.5 फीसदी कर दिया था, लेकिन केंद्र के फैसले की वजह से कीमतों को घटाने में सफलता नहीं मिली.
नेचुरल गैस की कीमत और सप्लाई दोनों का ही जिम्मा केंद्र सरकार के पास रहता है. उसकी ओर से 1 अप्रैल को बढ़ाए गए दाम की मियाद 30 सितंबर, 2022 को समाप्त हो रही है. सरकार ताजा हालातों को देखते हुए 1 अक्तूबर को इसकी कीमतों की दोबारा समीक्षा करेगी. अनुमान है कि ग्लोबल मार्केट में नरमी आई तो नेचुरल गैस के दाम नीचे आएंगे और सीएनजी-पीएनजी की कीमतों में भी राहत मिलेगी.