अमरोहा। शुक्रवार की शाम रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर दो पर बेंच पर बैठे सिपाही तैयब खान उर्फ सोनू (30) ने सर्विस राइफल से खुद को उड़ा लिया। जोया के मोहल्ला चौधरियान निवासी तैयब की बागपत में न्यायालय सुरक्षा में तैनाती थी। संभल के चुनाव में ड्यूटी लगने पर वह बुधवार को जोया स्थित घर आ गया था। घरेलू विवाद को सिपाही की आत्महत्या का कारण माना जा रहा है। तैयब ने खुदकुशी से पहले पुलिस के व्हाट्सएप ग्रुप पर एक संदेश भी लिखा।
जिसमें कहा है, जो मैं करने जा रहा हूं, मुझे माफ करना, उसे मेरी बुजदिली मत समझना, इसके अलावा कोई रास्ता नहीं है। एएसपी राजीव कुमार सिंह ने बताया कि चर्चा है कि तैयब शुक्रवार शाम घर में किसी विवाद के बाद सर्विस रायफल लेकर बाहर निकला था। परिजनों ने तलाश किया लेकिन तैय्यब मिला नहीं। पत्नी व परिजनों ने कॉल की तो अपनी सही लोकेशन नहीं बताई। इस बीच रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म दो पर मौजूद लोगों ने बताया कि बेंच पर सादा कपड़ों में बैठे युवक ने एकाएक अपनी रायफल जबड़े से सटाकर गोली मार ली।
स्टेशन स्टाफ और पुलिस के पहुंचने तक उसकी सांसें थम चुकी थीं। सिपाही के बैच में साथ रहे जीआरपी के एक कांस्टेबल ने उसकी शिनाख्त की। एएसपी ने बताया कि तैयब 2015 बैच का सिपाही था। उसके पिता शौकीन अहमद नवंबर 2023 में सहारनपुर जनपद से इंस्पेक्टर के पद से रिटायर हुए हैं। तैयब के बहनोई नासिर भी कांस्टेबल हैं। जहां पर सिपाही तैयब खान ने आत्महत्या की है, वह प्लेटफार्म नंबर दो का सुनसान इलाका है। यहां पर बहुत कम लोग जाते हैं। ये इलाका रेलवे स्टेशन के फ्लाईओवर से उतरने के बाद मुरादाबाद की तरफ है।
पुलिस के मुताबिक, सिपाही तैयब खान ने रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर दो पर पहुंचने के बाद बेंच पर बैठ गए थे। इसके बाद उन्होंने सर्विस रायफल को अपनी दोनों टांगों के बीच में दबा लिया और जबड़े से सटाकर गोली दाग ली। गोली चलने की सूचना पाकर जीआरपी, आरपीएफ और अमरोहा नगर कोतवाली पुलिस पहुंच गई। अपर पुलिस अधीक्षक राजीव कुमार व एसपी रेलवे आशुतोष शुक्ला ने घटनास्थल का मुआयना किया। जानकारी मिलते ही परिजन भी मौके पर पहुंच गए।
रेलवे स्टेशन पर सिपाही तैयब खान के द्वारा रायफल से आत्महत्या करने की घटना के बाद प्लेटफार्म पर मौजूद लोगों में भगदड़ मच गई। तुरंत लोगों ने मामले की जानकारी जीआरपी और आरपीएफ को दी। इसके बाद मौके पर पहुंचकर पुलिस ने जांच पड़ताल शुरू कर दी।