बिजनौर. अमानगढ़ वन क्षेत्र में नर हाथी का शव मिलने से वन विभाग में हड़कंप मच गया। रेंजकर्मियों की सूचना पर विभाग के उच्चाधिकारियों ने घटनास्थल का निरीक्षण कर हाथी का पीएम कराया। हाथी की मौत का सही कारण पीएम रिपोर्ट के बाद ही स्पष्ट हो पायेगा। उधर हाथी की सूंड में सोलर फेंसिंग का तार लिपटा होने से करंट लगने को मौत का कारण माना जा रहा है।
रेंजर राकेश कुमार शर्मा ने बताया की शुक्रवार सुबह साढ़े आठ बजे वनकर्मी नियमित पैदल गश्त पर थे, तभी केहरिपुर बीट की कक्ष संख्या ग्यारह की सीमा पर सरजीत सिंह के खेत के सामने एक नर हाथी का शव दिखाई दिया, जिसकी सूंड में सोलर फेंसिंग का एक तार लिपटा हुआ था। वनकर्मियों ने मामले की सूचना रेंजर को दी। रेंजर ने तत्काल उच्चाधिकारियों को घटना से अवगत कराया। उच्चाधिकारियों के आदेश पर चिकित्सकों का एक पैनल ने हाथी के शव का पोस्टमार्टम किया। पैनल में डॉ. शिव कुमार गंगवार मंडावर, डॉ. इस्लामुद्दीन नूरपुर डॉ. हरेंद्र सिंह रहे।
वन संरक्षक मुरादाबाद विजय सिंह ने घटनास्थल का निरीक्षण कर अधीनस्थों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। रेंजर ने बताया नर हाथी की आयु पैंतीस से चालीस वर्ष है। उसके सभी अंग सुरक्षित है। प्रथम दृष्टया हाथी की मौत करंट से होना प्रतीत हो रहा है। मौत का सही कारण पोस्टमार्टम की रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट हो सकेगा। साथ ही विसरा अग्रिम परीक्षण के लिए आरवीआरआई बरेली भेजा जा रहा है। पोस्टमार्टम के बाद हाथी के शव को दफना दिया गया। डीएफओ डॉ. अनिल पटेल ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। सोलर फेंसिंग का तार कहां से आया, इसका पता भी लगाया जा रहा है।