रांची. झारखंड सहित पूरे देश में दुमका की बेटी अंकिता की मौत पर बवाल मचा हुआ है. देश भर से लोग अंकिता की मौत से गुस्से में हैं. सभी एक स्वर में हत्यारे के लिए फांसी की सजा की मांग कर रहे हैं. इसी बीच मौत से ठीक पहले 12वीं में पढ़ने वाली अंकिता का वीडियो सामने आया, जिसमें उसने इस घटना की आपबीती बताई. वीडियो में अंकिता ने कहा कि आरोपी शाहरूख सुबह पांच बजे मुझे मारने पेट्रोल का केन लेकर मेरे घर आया था.
वीडियो में अंकिता कहती नजर आ रही है कि सोमवार रात को हमने पापा को शाहरुख के बारे में बताया था. पापा ने कहा कि सुबह देखते हैं. लेकिन सुबह वह खिड़की से हम पर पेट्रोल डालकर आग लगाकर भाग गया. शाहरुख के साथ उसका दोस्त छोटू खान भी था. हमने खिड़की से दोनों को भागते देखा था. अंकिता ने बताया, ‘मैं सिर्फ यही देख पाई कि ब्लू टीशर्ट पहने, हाथ में पेट्रोल की कैन लिए शाहरुख भाग रहा था. ये वही शाहरुख था जो पिछले 10-15 दिन से मुझे परेशान कर रहा था. मोहल्ले में उसे आवारा किस्म के लड़के के रूप में सब जानते थे. उसका काम सिर्फ लड़कियों को परेशान करना और उन्हें अपने झांसे में लेकर इधर-उधर घुमाना था.
पिछले दस-पंद्रह दिन से वह मेरा पीछा कर रहा था. जब भी मैं स्कूल या ट्यूशन के लिए जाती, वह मेरा पीछा करता. हालांकि, मैंने कभी उसकी हरकतों को सीरियसली नहीं लिया, लेकिन उसने कहीं से मेरे मोबाइल का नम्बर जुगाड़ लिया था. उसके बाद अक्सर मुझे फोन करके मुझसे दोस्ती करने का दबाव बनाने लगा. अंकिता के मुताबिक, शाहरुख ने धमकी भी दी थी कि अगर मैं उसकी बात नहीं मानूंगी तो वह मुझे और मेरे परिवार वालों को मार देगा. मुझे उसकी हरकतों का अंदेशा तो था, लेकिन यह नहीं समझ पाई कि मेरे साथ ऐसा होगा.
22 अगस्त की रात उसने मुझे धमकी दी थी कि अगर मैं उसकी बात नहीं मानूंगी तो वह मुझे मारेगा. मैंने पापा को यह बात बताई तो उन्होंने कहा कि सुबह होने के बाद इस मामले का हल निकाला जाएगा। कोई इस समस्या का हल निकल पाता 23 अगस्त की सुबह शाहरुख ने पेट्रोल छिड़ककर मुझे जला डाला. कक्षा 12वीं की छात्रा अंकिता के शव को दादा अनिल सिंह ने मुखाग्नि दी. अंकिता की अंतिम यात्रा में दुमका से बीजेपी सांसद सुनील सोरेन, उप विकास आयुक्त कर्ण सत्यार्थी, डीएसपी विजयकुमार सहित कई प्रशासनिक अधिकारी और हिन्दू समर्थित विभिन्न संगठनों के कार्यकर्ता और आम लोग शामिल हुए.