भदोही। मौसम में उतार चढ़ाव, हर तरफ फैली गंदगी, मच्छरों की भरमार के बीच लापरवाही से वायरल फीवर, मलेरिया, टाइफाइड ने कालीन नगरी में पूरी तरह पांव पसार लिया है। चिंता की बात यह है कि खतरनाक बीमारी डेंगू खतरनाक हो गया है।
बुधवार को शहर के पीरखानपुर निवासी 16 वर्षीय किशोर की मौत ने दहशत पैदा कर दिया है। राजकीय अस्पताल महाराजा बलवंत सिंह वायरल फीवर, टाइफाइड के रोगियों से पटा पड़ा है। पैथोलाजी में हो रहे जांच के दौरान प्रतिदिन आठ से दस रोगी डेंगू के मरीज मिल रहे हैं।
मौसम में हो रहे बदलाव के बीच तापमान से सामंजस्य बैठाना मुश्किल हो गया है। इसके कारण लोग तेजी के साथ वायरल फीवर के शिकार हो रहे हैं। उधर हर ओर पसरी गंदगी, जलजमाव के चलते मच्छरों की बहुतायत हो गई है। ऐसे में लापरवाही बरतने वाले बीमारी के शिकार हो रहे हैं।
एमबीएस की ओपीडी में बढ़ी मरीजों की संख्या वायरल फीवर, मलेरिया, टाइफाइड के रोगियों से निजी व सरकारी अस्पताल पट गए हैं। विशेषकर राजकीय अस्पताल महाराजा बलवंत सिंह में रोगियों की भरमार हो गई है। प्रतिदिन 800 से 900 नई पर्ची बनाई जा रही है तो पुरानी पर्ची वाले इतने ही रोगियों का प्रतिदिन उपचार किया जा रहा है।
अस्पताल के सीएमएस डा. संजय तिवारी का कहना है कि 90 फीसद रोगी वायरल से ग्रसित हैं। प्राथमिक जांच में दो-तीन रोगी प्रतिदिन डेंगू पाजीटिव निकल रहे हैं। बताया कि डेंगू रोगियों की भर्ती के लिए एल-2 में दस बेड सुरक्षित किया गया है। आवश्यक दवाएं उपलब्ध हैं तथा रोगियों को बचाव के लिए सावधान किया जा रहा है।
नगर पंचायत नईबाजार में वायरल फीवर ने घर घर डेरा जमा लिया है। वार्ड संख्या 11 गांधी नगर, नेहरू नगर सहित कई मोहल्लों में सौ से अधिक लोग मौसमी बुखार से से ग्रस्त हैं। पिछले दिनों सीएचसी भदोही के माध्यम से वार्ड में शिविर लगाकर जांच की गई थी। सीएचसी के चिकित्सा अधीक्षक डा. अमरनाथ का कहना है कि जगह जगह शिविर लगाकर लोगों की जांच की जा रही है। लोगों का उपचार कराया जा रहा है तथा एलाइजा टेस्ट के लिए सैंपल बीएचयू भेजा गया है।