नई दिल्ली. विज्ञान ने बीते दशकों में अभूतपूर्व सफलता हासिल कर ली है। अब वैज्ञानिक अंतरिक्ष में एक ऐसी जगह की खोज करने में लगे हैं जहां पर जीवन की संभावना हो। वैज्ञानिकों की खोज बृहस्पति के चंद्रमा यूरोपा तक पहुंच चुकी है। जहां पर जीवन की संभावना हो सकती है। माना जा रहा है कि यूरोपा पर जीवन के अस्तित्व के लिए कुछ संसाधन मौजूद हो सकते हैं। अगर यहां पर जीवन होने के सबूत मिलते हैं, तो एलियंस हो सकते हैं।
यूरोपा क्लिपर मिशन के तहत अंतरिक्ष यान को इस एलियन दुनिया में भेजा जाएगा। इस समय जेट प्रोपल्शन लेबोरेटरी में एक एसयूवी के बराबर अतंरिक्ष यान का निर्माण किया जा रहा है। इसके सौर पैनल के आकार बास्केटबॉल कोर्ट के बराबर बढ़ सकते हैं। यूरोपा पर खोज के लिए अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा हर डिटेल्स पर नजर रख रही है। इस मिशन को साल 2024 में लॉन्च करने की तैयारी है।
यूरोपा क्लिपर मिशन धरती के बाहर महासागर और चंद्रमा पर भी रिसर्च करेगा। पहली बार ऐसा रिसर्च किया जाएगा। इस मिशन के तहत यह जांच की जाएगी कि धरती से दूर बृहस्पति के चंद्रमा यूरोपा पर जीवन के अनुकूल परिस्थितियां हैं या नहीं। यूरोपा क्लिपर मिशन के तहत अतंरिक्ष यान यूरोपा पर जीवन की खोज के साथ ही यूरोप के महासागरों और भूविज्ञान की भी जांच करेगा।
कई सालों से शोध कर रहे हैं वैज्ञानिक
नासा के वैज्ञानिक बीते कई सालों से बृहस्पति के इस चंद्रमा पर रिसर्च कर रहे हैं। इन रिसर्च के दौरान जो आंकड़े सामने आए हैं वो काफी हैरान करने वाले हैं। इन आकोड़ों को देखने के बाद कई वैज्ञानिकों का मानना है कि यूरोपा पर जीवन हो सकता है।
यूरोपा पर मौजूद है महासागर
यूरोपा पर ठोस बर्फ की सतह के नीचे पानी का महासागर स्थित है। यूरोपा का आंतरिक भाग काफी गर्म रहता है जिसकी वजह बृहस्पति और अन्य चंद्रमाओं के गुरुत्वाकर्षण खिंचाव है। इसके कारण बर्फ के नीचे का पानी तरल रहता है। लेकिन वैज्ञानिक इस बात का अभी तक पता नहीं लगा पाए हैं कि सतह की ठोस बर्फ की परत कितनी मोटी है?
अब यूरोपा क्लिपर मिशन के तहत यूरोपा पर जीवन की तलाश की जाएगी। इसको लेकर अमेरिकी अतंरिक्ष एजेंसी नासा बेहद उत्सुक है। अंतरिक्ष यान यूरोपा की कई डीटेल्ड तस्वीरें खींचकर पृथ्वी पर भेजेगा जिसका वैज्ञानिक बारीकी से अध्ययन करेंगे।