लखनऊ। विश्वविद्यालय व डिग्री कालेजों की स्नातक (यूजी) व स्नातकोत्तर (पीजी) की परीक्षाओं में अब पर्याप्त सख्ती की जाएगी। हर परीक्षा केंद्र पर सीसीटीवी कैमरे व जिलों में कंट्रोल रूम बनाए जाने के साथ-साथ इस बार संदिग्ध परीक्षा केंद्रों की निगरानी ड्रोन कैमरे के माध्यम से की जाएगी। शुक्रवार को यह निर्देश उच्च शिक्षा मंत्री योगेन्द्र उपाध्याय ने दिए।
सचिवालय के नवीन भवन स्थित अपने कार्यालय कक्ष में उन्होंने विभागीय कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि अनियमितता मिलने पर जिम्मेदार अधिकारी की जवाबदेही भी तय की जाए। उच्च शिक्षा मंत्री ने कहा कि विश्वविद्यालय विद्यार्थियों के अंकपत्र व प्रमाणपत्र डिजी लाकर में रखवाने की व्यवस्था करें और इस व्यवस्था का पालन सभी विश्वविद्यालय करें। जहां इसकी व्यवस्था नहीं की गई है, वहां तत्काल की जाए। एकेडमिक बैंक आफ क्रेडिट की व्यवस्था को भी बेहतर ढंग से लागू किया जाए।
विद्यार्थियों को अपने कोर्स के अलावा दूसरे संकाय के विषयों के अधिक से अधिक विकल्प दिए जाएं। राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद (नैक) में लखनऊ विश्वविद्यालय ने सर्वोच्च एक प्लस-प्लस ग्रेड हासिल किया है। दूसरे विश्वविद्यालय भी इससे प्रेरणा लें और नैक से अपना मूल्यांकन कराएं। शिक्षकों व कर्मचारियों के खाली पदों को जल्द भरा जाए। पदोन्नति की प्रक्रिया भी जल्द पूरी की जाए। निर्माणाधीन डिग्री कालेजों के निर्माण कार्य को शीघ्र पूरा किए जाने के भी उन्होंने निर्देश दिए। बैठक में उच्च शिक्षा राज्यमंत्री रजनी तिवारी व प्रमुख सचिव, उच्च शिक्षा सुधीर.एम.बोबडे भी मौजूद रहे।
उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय ने कहा कि जी-20 सम्मेलन इस बार भारत में हो रही है। ऐसे में इन देशों के सामने विश्वविद्यालय अपने यहां हो रहे उत्कृष्ट कार्यों का बेहतर ढंग से प्रदर्शन करें। ताकि दूसरे देश के विद्यार्थी भी अधिक से अधिक यूपी में उच्च शिक्षा हासिल करने को आकर्षित हों। 21 जनवरी को रन फार जी-20 का आयोजन आगरा, वाराणसी, लखनऊ व ग्रेटर नोएडा में होगा। इसमें बड़ी संख्या में विद्यार्थी व शिक्षक दौड़ लगाएंगे
उच्च शिक्षा मंत्री ने कहा कि इस समय सड़क सुरक्षा माह चल रहा है और यह चार फरवरी को खत्म होगा। ऐसे में सभी विश्वविद्यालय व डिग्री कालेज जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करें। विद्यार्थियों को नियमों के बारे में जानकारी दें।