नई दिल्ली. ज्यादातर पुरुषों की ये चाहत होती है कि शादी के बाद उनकी जिंदगी खुशहाल हो, लेकिन अगर उनको शारीरिक कमजोरी आ जाए तो मैरिड लाइफ में कड़वाहट पैदा हो जाती है. ज्यादातर मामले में ऐसा बिजी लाइफस्टाइल और अनहेल्दी फूड हैबिट्स की वजह से होता है. फिर मर्दों को पिता बनने में दिक्कतें आने लगती हैं. ये ऐसी परेशानी है जिसे पुरुष किसी को बताने में शर्मिंदगी महसूस करते हैं. ऐसी ही एक आदत है शराब का सेवन, मौजूदा दौर में ये जीवनशैली का एक ट्रेंड बन गया है, लेकिन इससे होने वाले नुकसान को लेकर हम में से ज्यादातर लोग नजरअंदाज कर देते है.
शराब पीना हर तरह से नुकसानदेह है, इससे लिवर डैमेज होने का खतरा रहता है और तमाम तरह की परेशानियां पैदा हो सकती है, लेकिन हर कोई इस बात को नहीं जानता कि अल्कोहल की वजह से मेल फर्टिलिटी पर काफी बुरा असर पड़ता है. भारत के मशहूर न्यूट्रिशन एक्सपर्ट ‘निखिल वत्स’ ने बताया कि शराब पीने से न सिर्फ स्पर्म काउंट गिरने लगता है, बल्कि इसकी क्वालिटी भी कम होने लगती है. खासकर जो लोग ज्यादा ड्रिंक करते हैं उनके लिए खतरा भी उतना ही ज्यादा बढ़ जाता है. इसलिए इस लत से जितनी जल्दी छुटकारा पा लें उतना ही अच्छा है.
-शराब पीनी से न सिर्फ मेल फर्टिलिटी पर बुरा असर पड़ता है बल्कि इससे यौन क्षमता भी प्रभावित होती है.
-शराब के सेवन से टेस्टोस्टेरॉन हॉर्मोन का लेवल कम होने लगता है, साथ ही वैसे हॉर्मोन का बैलेंस बिगड़ता है जो स्पर्म के निर्माण में योगदान देते हैं.
-अल्कोहल के असर से हेल्दी स्पर्म का शेप साइज और ट्रैवलिंग की ताकत कम होने लगती है.
-शराब पीने से टेस्टिस का साइज सिकुड़ने लगता है जिसका सीधा असर मेल फर्टिलिटी पर पड़ता है.
– शराब पीने से इजुक्लेशन कम हो सकता है या प्रीमैच्योर इजुक्लेशन का खतरा बढ़ जाता है.
-अगर शराब पीना छोड़ दिया जाए तो 3 महीने में खुद ब खुद हेल्दी स्पर्म्स का प्रोडक्शन शुरू हो सकता है.