नई दिल्ली. उत्तर प्रदेश विद्युत नियामक आयोग ने साल 2022-23 के बिजली के नए टैरिफ की घोषणा कर दी है. जिसके मुताबिक आयोग ने इस साल बिजली दरों में कोई वृद्धि नहीं करने का फैसला किया है. इसके अलावा आयोग ने अधिकतम स्लैब सीमा को भी कम कर दिया है. सरकार के इस फैसले का फायदा प्रदेश के ढाई करोड़ बिजली उपभोक्ताओं को होगा. यूपी में बिजली की दरों और यूनिट रेंज में बदलाव किया गया. अधिकतम स्लैब सीमा को कम करके नई बिजली दरें लागू की गईं है.
एक से 150 यूनिट तक 5.50 रुपए प्रति यूनिट, 151 से 300 यूनिट तक 6 रुपए प्रति यूनिट बिजली, 301 से 500 यूनिट तक 6.50 रुपए प्रति यूनिट बिजली जबकि 501 यूनिट से ऊपर 7 रुपए प्रति यूनिट बिजली दर लागू होगी. पहले एक से 150 और 151 से 300 यूनिट के स्लैब से बिजली बिल के रेट तय किये गए थे. अब एक से 100, 100 से 150 और 151 से 300 यूनिट कर दिया गया है. औसत 50 पैसे प्रति यूनिट का फ़ायदा उपभोगता को मिलेगा. इसके अलावा शहरों में घरेलू बीपीएल परिवारों को 100 यूनिट तक प्रति यूनिट 3 रुपये के हिसाब से बिल देना होगा.
सरकार के इस फैसले पर यूपी राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष एवं राज्य सलाहकार समिति के सदस्य अवधेश कुमार वर्मा ने इसके लिए प्रदेश सरकार और यूपी के ऊर्जा मंत्री एके शर्मा को धन्यवाद दिया है. उन्होंने कहा कि नियामक आयोग ने उपभोक्ता परिषद की ज्यादातर मांगों को मान लिया है. बता दें कि इससे पहले की सरकारों में यूपी में बिजली दरों बढ़ोत्तरी की गई थी. लेकिन मौजूदा सरकार द्वारा बिजली दरों में इजाफा नहीं करने के फैसले से आम लोगों को कुछ राहत अवश्य मिलने वाली है.