हरदोईः हिन्दू देवी देवताओं की पूजा का पिता ने जब विरोध किया तो बेटे ने अपना घर छोड़ दिया. मंदिर में पूजा करने पर हिंदुओं ने ऐतराज जताया तो खुद ही जंगल में सैकड़ों शिवलिंग बना डाला और बन गए मोहम्मद अनीश से संत फक्कड़ पुरी. अनीश अब शिव की आराधना करते हैं.
मोहम्मद अनीश से संत फक्कड़ पुरी बने बाबा ने बताया कि वह शुरुआत से ही हिन्दू देव भोलेनाथ की पूजा करते थे. मगर मुस्लिम धर्म में पैदा होने की वजह से इसका उनके पिता विरोध करते थे. जिसके बाद वह मंदिर में पूजा करने के लिए जाते थे. मगर वहां पर हिन्दू धर्म के लोगों के द्वारा इसका विरोध किया जाता था कि कोई मुसलमान मंदिर में कैसे आ सकता है. बस इसी बात को लेकर वह उस घर और समाज को त्याग मोहम्मद अनीश से बन गए बाबा फक्कड़ पुरी और जंगल में करने लगे शिव की आराधना.
मोहम्मद अनीश से बने बाबा फक्कड़ पुरी को शिव की आराधना करते व बाबा फक्कड़ पुरी बने 42 वर्ष बीत चुके हैं. वह बताते हैं कि जब भगवान शिव की पूजा करने से पिता ने रोका और मंदिर में जाने से हिन्दू धर्म के लोगों ने रोका तो वह जंगल की ओर चल पड़े जहां पर सनातन महादेव का पहले से ही स्थान था. वहां वह रहकर भगवान भोलेनाथ की पूजा करने लगे और तब से वह यहीं पर रहकर भगवान की भक्ति में लीन रहते हैं.
बाबा फक्कड़ पुरी को जब समाज के द्वारा शिवलिंग की पूजा करने से मना किया गया. तो वह जंगल में सनातन महादेव के स्थान पर आकर महादेव की पूजा करने लगे और जो भी भक्त यहां आकर मन्नतें मांगते गए और उनकी मन्नतें पूरी होती गईं तो उनके सहयोग से मिली सामग्री के द्वारा उन्होंने सैकड़ों शिवलिंग को खुद ही बना डाला.
यह स्थान हरदोई जिला मुख्यालय से लगभग 30 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. यह हरदोई लखनऊ राजमार्ग से कुछ ही दूरी पर स्थित है. यह स्थान पहले के समय मे घने जंगल में स्थित था. मगर अब आबादी के बढ़ने की वजह से जंगलों का कटान हो गया.
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