मुजफ्फरनगर. मुजफ्फरनगर की खतौली सीट पर उप चुनाव में 14 प्रत्याशियों का भविष्य दांव पर लगा है। हांलाकि इनमें भाजपा और रालोद प्रत्याशी ही मुख्य मुकाबले में माने जा रहे हैं। 2022 के मुख्य चुनाव में खतौली सीट से भाजपा प्रत्याशी की जीत हुई थी, जबकि रालोद प्रत्याशी दूसरे नंबर पर रहे थे।
खतौली विधानसभा सीट पर इस बार 14 प्रत्याशी मैदान में हैं। जिनके मुकद्दर का फैसला 3.12 लाख मतदाताओं के हाथ में हैं। 2022 में हुए मुख्य चुनाव में खतौली विधानसभा में 69.65 प्रतिशत मतदान हुआ था। इस बार मतदान प्रतिशत को लेकर लोगों में ऊहापोह की स्थिति है। बसपा प्रत्याशी के इस बार मैदान में न होने के कारण समर्थित वोटों के बारे में कयास लगाए जा रहे हैं। खतौली विधानसभा सीट पर करीब 50 हजार दलित मतदाता हैं। दलित मतदाताओं का रुख मुख्य मुकाबले में चल रहे प्रत्याशियों में से ही किसी एक की जीत सुनिश्चित करेगा।
खतौली विधानसभा उप चुनाव में भाजपा और रालोद-सपा गठबंधन सहित 14 प्रत्याशियों ने नामांकन किया है। इनमें कई प्रत्याशियों ने अलग अलग दलों के प्रत्याशियों को समर्थन देने की घोषणा भी कर दी है। देखा जाए तो मुख्य मुकाबले में भाजपा की राजकुमारी सैनी और गठबंधन के रालोद उम्मीदवार मदन भैया ही नजर आ रहे हैं। बावजूद नामांकन करने वालों में निर्दलीय मोहम्मद युसुफ, सुरेश देवी, प्रदीप कुमार, रमेश कुमार, वकार अजहर, प्रमोद आर्य, संजीव कुमार, निर्मल प्रताप सिंह, यशपाल सिंह, संतोष, सुदेश और यजपाल सिंह राठी शामिल हैं।