नई दिल्ली: ज्यादातर लोग ये मानते हैं कि हड्डियों में कमजोरी और जोड़ों में दर्द की समस्या बुढ़ापे में ही होती है. लेकिन आप अपने आसपास कई ऐसे बुजुर्ग लोगों को देखते होंगे जिन्हें बुढ़ापे में भी कोई शिकायत नहीं होती है. दरअसल हड्डियों की मजबूती हमारी जीवनशैली पर निर्भर करती है. इसे हम कंट्रोल भी कर सकते हैं. अगर हम अपनी आदतों को सुधार लें तो हड्डियों को मजबूत रख सकते हैं. एक्सपर्ट्स का मानना है कि हमारी कुछ आदतें हड्डियों पर बुरा प्रभाव डालती हैं.
स्मोकिंग करना
एक्सपर्ट्स के मुताबिक, तंबाकू हमारे शरीर के ऊतकों में एक प्रकार का न्यूक्लियर पैदा कर देती है, जिसे मुक्त कण कहा जाता है. ये फेफड़ों सहित हमारी हड्डियों को भी नुकसान पहुंचाता है. जो लोग तंबाकू लेते हैं उनके शरीर में हड्डियों का घनत्व कम होता है. दरअसल मुक्त कण आपकी हड्डियों को बनाने वाली कोशिकाओं को मार देता है.
इसके अलावा स्मोकिंग की वजह से हमारे शरीर में स्ट्रेस हार्मोन कोर्टिसोल का प्रोडक्शन बढ़ जाता है. कोर्टिसोल हमारे बोन स्टॉक को कम करता है. अगर कभी हड्डी टूट जाती है तो स्मोकिंग आपकी ब्लड सेल्स को नुकसान पहुंचाकर रिकवर होने की प्रक्रिया को धीमा करती है.
एक्सरसाइज नहीं करना
एक्सरसाइज नहीं करने की वजह से हड्डियों को नुकसान होने का खतरा बढ़ जाता है. मांसपेशियों में कसाव से हड्डियों को मजबूती मिलती है इसीलिए एक्सरसाइज करने से हड्डियां मजबूत होती हैं. भारी वजन उठाने और तेज चलने से आपकी हड्डियां मजबूत हो जाती हैं.
शराब पीना
एक्सपर्ट्स के अनुसार, शराब पीने से भी शरीर में कोर्टिसोल बढ़ जाता है, जिससे बोन स्टॉक कम हो जाता है. शराब की वजह से शरीर में एस्ट्रोजन और टेस्टोस्टेरोन का स्तर भी कम हो जाता है. ये दोनों हार्मोन हड्डियों की सेहत के लिए अच्छे होते हैं.
धूप से दूर रहना
विटामिन डी से हड्डियां मजबूत होती हैं. जान लें कि विटामिन डी की कमी की वजह से हड्डियां पतली और नाजुक हो सकती हैं. विटामिन डी का मुख्य स्त्रोत सूर्य का प्रकाश है. अगर आप घर से बाहर समय नहीं बिताते हैं तो आपके शरीर में विटामिन डी की कमी हो सकती है. हड्डियों की मजबूती के लिए कैल्सियम की जरूरत भी होती है.