हापुड़. मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक शनिवार को हापुड़ पहुंचे। उन्होंने कहा कि RLD हमारी पार्टी है। हम भी इसे में से निकले हैं, मेरा जयंत चौधरी के साथ साफ्टनेस है, वह पूर्व पीएम चौधरी चरण सिंह के पोते है। मैं कश्मीर पर किताब लिखूंगा। उन्होंने यह बात उबारपुर गांव में अपने बुआ के घर पर कही।
2024 में लोकसभा चुनाव लड़ने के सवाल पर सत्यपाल मलिक ने कहा कि मैं कोई चुनाव नहीं लडूंगा। न ही कोई राजनीति पार्टी ज्वाइन करूंगा। उबारपुर गांव में मेरा बचपन बीता है। मै बता सकता हूं कि कहां किसके खेत और बाग हैं। उबारपुर गांव से ही मैंने 10वीं तक पढ़ाई की थी।
कैराना से चुनाव लडने व जयंत चौधरी पर राज्यपाल सत्यपाल मलिक का बडा बयान, बोले आरएलडी हमारी पार्टी, देखें वीडियो @jayantrld @RLDparty @RLDPrabhatTomar @RLD_IT #RLD #jayantchaudhary #jayantsingh #UttarPradseh #satyapalmalik pic.twitter.com/LI657RttXy
— ASB NEWS INDIA (@asbnewsindia) October 2, 2022
उन्होंने बताया कि मुझे जंयत के साथ शामली जाना था, लेकिन वहां धारा 144 लगी है। मैं कानूनी तौर पर उसे नहीं तोड़ सकता। इसलिए स्थगित कर दिया।
सत्यपाल मलिक मेघालय से पहले गोआ, जम्मू कश्मीर, बिहार के राज्यपाल रह चुके हैं। ओडिशा का अतिरिक्त प्रभार मिल चुका है। पूर्व पीएम चौधरी चरण सिंह की छत्रछाया में राजनीति में कदम रखकर पीछे मुड़कर नहीं देखा। 1974 में पहली बार विधान सभा पहुंचे। 1980 से 1989 तक राज्यसभा सदस्य रहे। उसके बाद पहली बार 1989 में अलीगढ़ से लोकसभा पहुंचे। इसके बाद सत्यपाल मलिक परिवार का साथ छोड़कर भाजपा में शामिल हुए।
सत्यपाल मलिक भाजपा में कई बड़े पदों पर रहे हैं। अब उन्हें ढाई दशक बाद शामली में चौधरी परिवार के साथ राजनीतिक मंच साझा करना था। शनिवार को हापुड़ में निजी कार्यक्रम में सत्यपाल मलिक के साथ राष्ट्रीय जाट महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष रोहित जाखड़ भी रहे।
बागपत में मेरठ-बागपत हाईवे से करीब 600 मीटर दूरी पर बसा हिसावदा गांव सत्यपाल मलिक का गांव है। गांव के बाहर उस प्राथमिक विद्यालय है। जब भी वह गांव जाते हैं तो अपनी पुरानी हवेली में जरूर जाते हैं। गांव से उनका अभी तक भी जुड़ाव रहा है।