मेरठ। शहर में लगने वाला जाम जी का जंजाल बना हुआ है। लोगों को जाम से राहत दिलाने के लिए 13 किलोमीटर लंबी रिंग रोड बनाई जाएगी, इसके लिए 12 गांवों के 650 किसानों की भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया अब अंतिम दौर में है। इस परियोजना पर करीब 500 करोड़ रुपये खर्च होने हैं। रिंग रोड बनने से शहर में जाम से राहत मिलेगी, साथ ही शहर के विकास को भी पंख लगने तय हैं। शहर के जाम के स्थाई समाधान के लिए रिंग रोड का प्लान तैयार किया गया है। रुड़की रोड को मवाना रोड से जोड़ा जाएगा। एनएचएआइ 13 किलोमीटर लंबी सड़क शहर के बाहर रिंग रोड को पूरा करेगी। रुड़की रोड एनएच 58 तथा मवाना रोड एनएच 119 को आपस में जोड़ा जाएगा।
रिंग रोड की परिधि में 12 गांवों की जमीन आ रही है। इसके निर्माण के लिए 133 हेक्टेयर भूमि की आवश्यकता है। इसके अलावा सलारपुर से सिसौली तथा सिसौली से हापुड़ रोड तक का निर्माण गढ़ रोड के चौड़ीकरण के साथ शुरू हो चुका है। 12 गांवों के किसानों को करीब 500 करोड़ का मुआवजा वितरित किया जाना है। इसकी प्रक्रिया एडीएम भूमि अध्यापित कार्यालय में अंतिम दौर में चल रही है। मुआवजे के लिए शासन से अवार्ड स्वीकृत हो चुके हैं। किसानों के दस्तावेज, बैंक खाते नंबर और अन्य विवरण जुटाने के लिए उनके गांवों में जून माह में शिविर लगाए गए। किसानों के घोषणा पत्र और आपत्ति आदि के मामलों की सुनवाई की गई है। कुछ प्रकरण कोर्ट भी पहुंचे, जिनका निर्धारित समय में निपटारा कराया जा चुका है। रिंग रोड के निर्माण के बाद विकास भी तेजी से होगा। रिंग रोड पर आवासीय कालोनियों के साथ ही व्यवसायिक गतिविधियां भी बढ़ेंगी।
ऐसी होगी रिंग रोड:
कुल लंबाई: 13 किलोमीटरकुल गांव: 12 कुल जमीन: 133 हेक्टेयर
लंबे समय से उठ रही मांग
शहर में रिंग रोड की आवश्यकता लंबे समय से महसूस की जा रही है। कई बार यह मांग उठ चुकी है, लेकिन इतना लंबा वक्त बीतने पर भी परियोजना धरातल पर नहीं आ पाई है। शहर में जाम की समस्या बड़ा नासूर बन गई है। मौजूदा समय में भैंसाली और सोहराब गेट बस अड्डे भी शहर के बीचोंबीच चल रहे हैं। भैंसाली अड्डे को शहर से बाहर ले जाने की कवायद चल रही है। प्रशासन ने इसे दो भागों में विभाजित करने का फैसला लिया है। एक अड्डा परतापुर और दूसरा मोदीपुरम में बनाया जाएगा। इस पर शासन की सैद्धांतिक सहमति मिल चुकी है, लेकिन अंतिम मुहर लगना बाकी है।
सुरेंद्र सिंह, मंडल आयुक्त का कहना है…
मेरठ शहर के बाहर रिंग रोड प्रस्तावित है। अधिग्रहण की प्रक्रिया चल रही है। इसके जल्द पूरा कराया जाएगा। रिंग रोड बनने से शहर में ट्रैफिक का भार कम होगा। जाम से मुक्ति मिलेगी। बेहतर आवागमन से विकास के नए आयाम स्थापित होंगे।