अहमदाबाद. गुजरात चुनाव में सबसे अधिक चर्चित युवा चेहरों में शुमार हार्दिक पटेल को लेकर तमाम बातें सामने हैं. लोग अभी से अटकलें लगा रहे हैं और उम्मीद कर रहे हैं कि कांग्रेस की तरह वे भारतीय जनता पार्टी में भी कमाल कर दिखाएंगे. कांग्रेस छोड़कर भाजपा का दामन थामने वाले हार्दिक पटेल चर्चाओं में रहने का कोई मौका नहीं छोड़ते हैं. उनका जन्म 20 जुलाई 1993 को गुजरात में हुआ और उनके पिता भरत भाई और मां उषा पटेल ने उन्हें अच्छी शिक्षा दिलाई.
पटेल परिवार ने बच्चों की शिक्षा के लिए वीरमगाम शहर को चुना और वे यहां रहने आ गए. दिव्य ज्योत स्कूल वीरमगाम से हार्दिक पटेल ने 6वीं से 8वीं तक की पढ़ाई की. इसके बाद 2010 में हार्दिक सहजानंद महाविद्यालय, अहमदाबाद में बीकॉम की पढ़ाई की. उन्होंने महाविद्यालय के छात्र संघ के महासचिव के पद के चुनाव में भाग लिया और निर्विरोध निर्वाचित हो गए. हार्दिक पटेल को गुजरात में पटेल समुदाय के ओबीसी आरक्षण आंदोलन के लिए जाना जाता है. वे पटेल समुदाय के लिए सरकारी नौकरी और शिक्षा में आरक्षण की मांग करते हुए बड़े आंदोलन में नेता बनकर उभरे.
हार्दिक पटेल ने 12 मार्च 2019 को कांग्रेस पार्टी ज्वाइन की थी और प्राथमिक सदस्य से लेकर कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष बनने तक का सफर मात्र 16 महीनों में पूरा कर लिया था. हालांकि गुजरात चुनाव 2022 के पहले हार्दिक पटेल ने कांग्रेस छोड़कर भाजपा की सदस्यता ले ली थी. उन्हें भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सीआर पाटिल ने पार्टी में शामिल कराया. गुजरात में वीरमगाम सीट से बीजेपी ने हार्दिक पटेल को टिकट दिया था. वीरमगाम में हार्दिक ने अपने शुरुआती दिन और पढ़ाई की है, इसका उन्हें कुछ फायदा जरूर मिल सकता है. हालांकि कांग्रेस ने 2012 और 2017 में लगातार दो विधानसभा चुनावों से वीरमगाम सीट कांग्रेस जीत रही है.