पानीपत. हरियाणा में पानीपत सीआईए टू ने नारा गांव के एक सीरियल किलर को गिरफ्तार किया है। आरोपी ने तीन हत्याओं का खुलासा किया है। इनमें दो पानीपत जिले की और एक यूपी के मुजफ्फरनगर जिले की वारदात शामिल है। तीनों मृतकों में से दो मतलौडा के गांव नारा व एक भालसी का है। आरोपी ने तीनों के साथ बैठकर शराब पी थी। एक ने शराब पीने से मना किया तो पहले मौत के घाट उतारा और उसके बाद सबूत मिटाने के लिए बचे हुए दोनों युवकों की भी साजिश के तहत हत्या कर दी।
पत्रकार वार्ता में एएसपी विजय सिंह ने बताया कि पुलिस ने आरोपी आशु (26) निवासी गांव नारा को 27 जून को गिरफ्तार किया है। आरोपी से पुलिस प्रारंभिक पूछताछ में तीन ब्लाइंड मर्डर केस का खुलासा हुआ है। आरोपी ने पहला मर्डर किया था, उस दौरान दो लोग उसके साथ थे। कही ये दो लोग किसी को बता न दें, इसलिए दोनों की हत्या कर दी। तीनों हत्याएं गला घोंट कर की हैं। चार दिन की रिमांड अवधि पूरी होने के बाद शनिवार को आरोपी को कोर्ट में पेश किया। जहां से उसे जेल भेज दिया गया।
एएसपी विजय सिंह ने बताया कि पहली वारदात 11 जून की रात की है। आरोपी आशु अपने गांव नारा के ही दोस्त राकेश के साथ बाइक पर सवार होकर घर जा रहा था। रास्ते में नारा निवासी सोनू (25) ने थर्मल के पास से लिफ्ट मांगी। तीनों वहां से बाइक पर सवार होकर मतलौडा चले गए। जहां एक ठेके पर आशु ,राकेश और सोनू शराब पीने लगे। इसी बीच भालसी निवासी मोनू भी आ गया था। मोनू ने भी शराब पी और फिर वह वहां से घर चला गया। कुछ देर बाद सोनू ने और शराब पीने से मना कर दिया। इससे उनके बीच कहासुनी हो गई। इसी कहासुनी के चलते आशु ने राकेश के साथ मिलकर सोनू का परने से गला घोंट दिया और उसकी हत्या करने के बाद शव को उसी ठेके के पीछे डाल दिया।
एएसपी विजय सिंह ने बताया कि 11 जून की रात को ही सोनू की हत्या करने के बाद आशु और राकेश दोनों उसी ठेके पर शराब पीने लगे। इसी दौरान वहां मोनू फिर से आ गया। उसने पूछा कि सोनू कहा गया। आशु को लगा कि मोनू ने सोनू की हत्या करते देख लिया है, जिस पर आशु ने साजिश रची और शराब पीने की बात कहकर बाइक पर आशु, मोनू और राकेश तीनों सवार होकर पानीपत की तरफ रवाना हो गए। रास्ते में असंध रोड के नजदीक शनि मंदिर के पास नहर किनारे पहुंचते ही मोनू का भी परने से गला घोंट दिया और उसे नहर में फेंक दिया। मोनू का शव 13 जून को समालखा नहर से बरामद हुआ था। जिसका 16 जून को पुलिस ने शिनाख्त न होने पर लावारिस के तहत अंतिम संस्कार कर दिया था। 21 जून को परिजनों ने उसकी गुमशुदगी दर्ज करवाई थी।
एएसपी विजय सिंह ने बताया कि सोनू और मोनू का मर्डर करने के बाद आशु ने राकेश को भी मौत के घाट उतारने का मन बनाया। साजिश के तहत राकेश को उसी रात कहा कि चल हरिद्वार चलते हैं। दोनों बाइक पर सवार होकर रात को ही हरिद्वार के लिए चल पड़े। रास्ते में यूपी के मुजफ्फरनगर जिला के अंर्तगत आने वाले तितावी थाना क्षेत्र के एक ट्यूबवेल पर शराब पीने बैठ गए। जहां उसने राकेश को ज्यादा शराब पिला दी। जिससे वह मदहोश हो गया। इसके बाद उसका भी परने से गला घोंट दिया और हत्या कर ट्यूबवेल के पास ही पानी मे फेंक कर फरार हो गया था। राकेश के पास मिले दस्तावेज से उनकी शिनाख्त हो गई थी ।