मेरठ। गर्मी का सितम बढ़ता जा रहा है। मौसम विभाग ने अगले पांच दिन तक लू का अलर्ट जारी किया है। वहीं दिन में आसमान पर काले बादल छा गए और हवा भी तेज चली। शाम को आंधी ने मौसम बदल दिया। कुछ स्थानों पर बूंदाबांदी भी हुई।
पिछले एक सप्ताह से गर्मी ने रफ्तार पकड़ी हुई है। कृषि विवि के मौसम वैज्ञानिक का कहना है कि बुधवार को बूंदाबांदी हो सकती है। 28 अप्रैल तक पश्चिमी उत्तर प्रदेश के सभी जिलों में मौसम शुष्क रहने और लू चलने के साथ गर्मी बढ़ने के आसार हैं। दिन का तापमान 38 से 43 डिग्री तक जा सकता है। मौसम कार्यालय पर अधिकतम तापमान 37.0 डिग्री व रात का तापमान 20.4 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया।
एनसीआर में मंगलवार को प्रदूषण में फिर से बढ़ोतरी हो गई। एनसीआर में बढ़ता हुआ प्रदूषण 200 के पार पहुंच गया है। मेरठ का एक्यूआई 177 दर्ज किया गया। शहर में जयभीमनगर 158, गंगानगर 173, पल्लवपुरम 200, दिल्ली रोड 205, बेगमपुल 215 दर्ज किया गया। पिछले चौबीस घंटे में सभी जगह पर प्रदूषण में तेजी से बढ़ोतरी हुई है। मौसम के शुष्क होने से प्रदूषण भी बढ़ रहा है।
गर्मी बढ़ने से बीमारियां भी बढ़ रही हैं। लोगों को उल्टी, दस्त के साथ पेट दर्द की समस्या अधिक हो रही है। बुखार भी तपा रहा है। एलएलआरएम मेडिकल कॉलेज और जिला अस्पताल में मरीजों की संख्या बढ़ गई है। मंगलवार को दोनों अस्पतालों की ओपीडी में 4024 मरीज पहुंचे। इनमें मेडिकल कॉलेज में 2817 और जिला अस्पताल में 1207 मरीज पहुंचे।
शरीर में पानी की कमी हो रही है, जिसकी भरपाई करने के लिए ग्लूकोज़, एनर्जी ड्रिंक और ओआरएस की मांग बढ़ गई है। जिला अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. कौशलेंद्र सिंह ने बताया कि ओपीडी में भी अब हर दिन ऐसे मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी होती जा रही है, जो उल्टी-दस्त और बुखार से परेशान हैं। इनमें बुजुर्गों, महिलाओं और बच्चों की भी काफी संख्या है। ओरल रिहाइड्रेशन सॉल्ट यानी ओआरएस की मदद से दस्त के दौरान शरीर में इलेक्ट्रोलाइट की कमी को पूरा किया जाता है। दस्त के साथ-साथ उल्टी और अधिक पसीना आने की स्थिति में भी शरीर में इलेक्ट्रोलाइट्स की मात्रा को संतुलित बनाए रखने के लिए खासकर बच्चों को ओआरएस का घोल दिया जाता है।
अक्सर धूप और गर्मी में काम करने वाले और घूमने वाले अगर कुछ सावधानियां बरतें तो लू और गर्मी से होने वाली परेशानियों से काफी हद तक बचा जा सकता है।
तेज गर्म हवाओं में बाहर जाने से बचें।
नंगे बदन और नंगे पैर धूप में न निकलें।
घर से बाहर निकलें तो ढीले-ढाले कपड़े पहनकर निकलें, ताकि शरीर को हवा मिलती रहे।
ज्यादा टाइट और डार्क रंग के कपड़े कतई न पहनें।
सूती कपड़े ज्यादा पहनें जो पसीने को आसानी से सोख लेते हैं।
ज्यादा देर भूखे रहने से बचें और खाली पेट घर से न निकले।
तेज गर्मी से आकर एक दम से फ्रिज आदि का ठंडा पानी न पीएं।
धूप से बचने के लिए चश्मा एवं टोपी पहनकर बाहर जाएं। साथ ही चेहरे को कपड़े से ढक कर रखें।