हरियाणा के हिसार में बगला गांव के पास से निजी अस्पताल के एक सुरक्षाकर्मी के अपहरण की गुत्थी को पुलिस ने सुलझा लिया है। दो दिन पुलिस ने खुलासा करते हुए बताया कि सुरक्षाकर्मी ने अपने ही अपहरण की साजिश रची थी। नशे में उसने अपने पिता को फोन कर दस लाख रुपये की मांग की थी और कहा था कि अगर, रुपये नहीं दिए तो अपहरण करने वाले मुझे जान से मार देंगे। पुलिस ने आरोपी चौधरीवाली निवासी चंद्रपाल को गिरफ्तार किया है। पुलिस सोमवार को आरोपी को अदालत में पेश करेगी।
आदमपुर थाना प्रभारी मनदीप ने बताया कि चंद्रपाल नशा करने का आदी है। गत 11 मार्च को निजी अस्पताल में ड्यूटी खत्म करने के बाद वह बाइक लेकर घर के लिए निकला। घुड़साल गांव के पास रास्ते में उसने बैठ कर गांजे का सेवन किया। उसके बाद अपनी बाइक और कपड़े सड़क किनारे डाल दिया। फिर अपने पिता के मोबाइल फोन पर कॉल कर कहा कि किसी ने उसका अपहरण कर लिया है और दस लाख रुपये मांग रहे है, अगर रुपये नहीं दिए तो ये लोग मुझे जान से मार देंगे।
उसके बाद उसने खुद का मोबाइल फोन बंद कर लिया और सरसों के खेतों में चला गया और वहां पर गांजे का नशा करता रहा। आरोपी ने अपने मौसी के लड़के के पास भी मोबाइल पर मैसेज भेज रुपये देने की बात कहीं। 13 तारीख की सुबह वह अपने ताऊ के बेटे की ढाणी में गया और एक धमकी भरा पत्र वहां पर फेंका कर गांव के खेल मैदान में चला गया।
वहां पर दोपहर को उसने अपने आप को रस्सी से बांध लिया और बेहोश होने का नाटक करने लगा। सूचना मिलने पर मौके पर पहुंचे और चंद्रपाल से जब सख्ती से पूछा तो उसने सच्चाई बताई। बाद में खुद के अपहरण की बात कह कर रुपये मांगने के मामले में आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।
गत 11 मार्च को चौधरीवाली निवासी चंद्रपाल के अपहरण की सूचना मिलने के बाद एसपी लोकेंद्र सिंह ने सीआईए और आदमपुर थाना पुलिस की टीमें बनाई थी। पुलिस ने दो दिन के बाद अपहरण की वारदात का खुलासा कर दिया।