मेरठ. वरुण थापर ने बताया कि उसके पिता कुलभूषण थापर और चाचा धर्मपाल थापर व नरेश थापर का आपस में फर्म और उसकी संपत्ति को लेकर विवाद था। अदालत ने नरेश थापर व अमित पंवार को हत्या का दोषी पाते हुए आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। वहीं अन्य छह आरोपियों को संदेह का लाभ देते हुए दोषमुक्त करार दिया है।
कोर्ट के फैसले के बाद बेटे समीर थापर ने कहा कि पुलिस की कमजोर लिखा पढ़ी है। इसी वजह से छह आरोपी बरी हुए। समीर थापर का कहना है कि अन्य छह आरोपियों पर कानूनी शिकंजा कसने के लिए विधिक राय लेकर हाईकोर्ट का सहारा लेंगे।
समीर थापर ने यह भी बताया कि शुरुआत में एक महीने के लिए सुरक्षा मिली थी। उसके बाद आज तक कोई सुरक्षा नहीं दी गई। सुरक्षा मिलना बहुत जरूरी है। पहले भी कई बार सुरक्षा की मांग कर चुके हैं।
बताया गया कि कुलभूषण थापर पर धंधाधुंध 10 गोलियां चलाई गई थीं। लेकिन विवेचक महावीर सिंह ने केवल एक गोली ही केस डायरी में दर्शाई थी। पुलिस का रवैया बहुत ही लापरवाही वाला रहा है। इस मामले में एकमात्र चश्मदीद समीर थापर है।