मुजफ्फरनगर. मुजफ्फरनगर जिले के मीरापुर में शनिवार की रात से हो रही तेज बारिश के दौरान हुए आकाशीय बिजली गिरने से एक कच्चे मकान की छत गिर गई। इससे मकान के अंदर सो रहे मां और बेटे की मलबे के नीचे दबकर मौत हो गई। आला अफसरों ने भी मौके का मुआयना किया।
गांव तुल्हेड़ी निवासी 50 वर्षीय मुन्ना पुत्र मेहरूद्दीन अपनी माँ अंगुरी (72) के साथ मकान में सो रहा था। रविवार की अलसुबह बारिश के दौरान अचानक से उसके मकान पर हुए आकाशीय बिजली गिरने से छत भरभरा कर गिर गई और इस दौरान दोनों मलबे के नीचे दब गए। सुबह करीब चार बजे फरहीन पशुओं को चारा डालने के लिए अपने पिता को जगाने के लिए पहुंची तो मकान की छत गिरी देख शोर मचा दिया।
स्वजन और अन्य ग्रामीण मौके पर आ गए और मलबा हटाकर दोनों के शव बाहर निकाले। जिसके बाद सीओ शकील अहमद, नायब तहसीलदार जसमेंद्र सिंह, एसडीएम खतौली जीत सिंह राय मौके पर आ गए और घटनास्थल का निरीक्षण किया। इस दौरान मीरापुर, जानसठ व रामराज थाने की पुलिस व फायर ब्रिगेड भी मौके पर मौजूद रही। पुलिस ने दोनों शव मोर्चरी भिजवा दिए।
गांव तुल्हेड़ी में मकान पर हुए वज्रपात (आकाशीय बिजली) का असर इतना जबरदस्त था कि छत में डाले गए लोहे के गाटर प्लास्टिक की तरह से मुडे हुए थे। कमरे में रखा हुआ सामान भी मलबे के नीचे दबा हुआ था। लोग मकान की गिरी हुए छत को देखकर चौक रहे थे।
एसडीएम जीतसिंह राय ने घटना का निरीक्षण करने के दौरान मृतक की पत्नी खुर्शीदा और पुत्रियों को बराबर में बने हुए दूसरे कच्चे मकान में रहते हुए देखा तो मौके पर मौजूद लेखपाल व ग्राम प्रधान को निर्देश देते हुए उक्त लोगों को कच्चे मकान से निकालकर एक ग्रामीण के पक्के मकान में भिजवाने के निर्देश दिए। साथ ही आर्थिक मदद का आश्वासन दिया।