नई दिल्ली. आजकल ज्यादातर घरों में बच्चे बाहर के खाना जैसे फास्ट फूड या जंक फूड इन्हे पसंद करते हैं. न उन्हे घर का खाना अच्छा लगता है ना ही बच्चे फल और सब्जी खाना पसंद करते है. यही वजह है कि बड़े शहरों में जैसे दिल्ली-एनसीआर में बच्चे मोटापे का शिकार होने लगे हैं. जंक फूड बच्चों को ना सिर्फ मोटापे का शिकार बना रही है इसके अलावा उनके शारीरिक विकास पर भी रोक लगा रही है क्योंकि पौष्टिक भोजन नहीं मिलने से बच्चों का शारीरिक और मानसिक विकास भी सही ढंग से नहीं हो पा रहा है.
बच्चों के बिगड़ते खानपान को लेकर डायटिशियन डॉ निधि श्वाहने ने बताया कि बच्चों की लाइफस्टाइल इसका एक बड़ा कारण है यानी उनके दिनचर्या पर ध्यान देना काफी जरूरी है. आजकल बच्चे शारीरिक गतिविधियों में हिस्सा कम लेते हैं लेकिन इससे ज्यादा जंक फूड का सेवन कर लेते हैं जिसमे बड़ी मात्रा में हाई कैलोरी होता है. जो बच्चों में मोटापे का कारण बन रहा है. इसके अलावा गलत खाने की आदत, शारीरिक गतिविधियों में हिस्सा ना लेना, एक्सरसाइज नहीं करना और पारिवारिक इतिहास यानी किसी बच्चे के परिवार में अगर सभी लोगों का वजन ज्यादा है तो उस बच्चे में मोटापे की बीमारी होने का खतरा ज्यादा होता है क्योंकि बचपन से ही उसका भरण पोषण उसी माहौल में होगा.
डॉ निधि के मुताबिक बच्चे बचपन से ही हाई कैलोरी के डाइट लेने लगते हैं जिसमें ज्यादा मात्रा में शुगर होता है. जंक फूड खाने से बच्चों का इन्सुलिन लेवल बिगड़ जाता है और उन्हें डायबिटीज और कोलेस्ट्रॉल की परेशानी कम उम्र में ही होने का खतरा रहता है. इतना ही नहीं बल्कि ज्यादा बाहर के खाने से या फिर सही डाइट नहीं लेने से उन्हें जोड़ों में दर्द के अलावा इमोशनल और मेंटल स्ट्रेस भी हो सकता है.
अगर बच्चों में सही आदत बचपन से ही डाली जाए तो वह तमाम बीमारियों से बच सकते हैं इसके लिए बच्चों में खाने की सही आदत डालनी चाहिए. उन्हें फल सब्जियां ज्यादा खिलानी चाहिए. खाने में ऐसी चीजों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए जो तेल में बनाई गई हो. चीनी की मात्रा को भी कम रखना चाहिए. ज्यादा से ज्यादा पानी पिलाना चाहिए इसके अलावा उन्हें शारीरिक गतिविधियों में हिस्सा लेने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए. अगर आपका बच्चा घर में फोन और टीवी चलाने का आदि जो गया है तो आपको खुद उसके साथ आउटडोर गेम खेलने चाहिए.
बच्चों में बढ़ रहे मोटापे के खतरे को लेकर आईएमएस नोएडा कि डॉ वीणा हाडा ने बताया कि बदलते दौर में बच्चों में मोटापे की शिकायत बढ़ती जा रही है, क्योंकि आजकल बच्चे फोन में ज्यादा दिलचस्पी लेते हैं वो पहले की तरह बाहर जाकर खेलना भी पसंद नहीं करते है. इसके अलावा बच्चों को बाहर जा जंक फूड ज्यादा अच्छा लगता है वो घर के खाने को पसंद नहीं करते. ऐसे में पेरेंट्स भी बच्चों को बाहर का खाना खिलाने लग जाते हैं चाहे वह बच्चे को कहीं बाहर घुमाने ले कर जा रहे हो या फिर घर में भी बच्चों के जिद करने पर वो बाहर से खाना ऑर्डर कर देते हैं. इस वजह से ना सिर्फ बच्चे मोटे हो रहे हैं बल्कि उन्हें कुपोषण भी हो रहा है कई बच्चे कुपोषण का शिकार होने लगे हैं क्योंकि उनके पेरेंट्स उन्हें मोबाइल में उलझा कर या टीवी दिखाते हुए खाना खिलाते हैं इसकी वजह से बच्चे सही ढंग से खाना नहीं खा पाते.