नई दिल्ली. फेसबुक, वॉट्सऐप और इंस्टाग्राम की पैरेंट कंपनी मेटा के सीईओ मार्क जुकरबर्ग के कंपनी छोड़ने की चर्चा काफी तेज है. कहा जा रहा है कि फेसबुक की लगातार गिर रही कमाई के चलते मार्क जुकरबर्ग पर काफी दबाव हैं और वे अगले साल अपने पद से इस्तीफा दे देंगे. यह भी कहा जा रहा है कि मार्क जुकरबर्ग के ड्रीम प्रोजेक्ट मेटावर्स पर कंपनी ने पानी की तरह पैसा बहाया है, लेकिन अभी तक रिजल्ट कुछ खास नहीं रहे हैं. इससे भी जुकरबर्ग पर उंगलियां उठ रही हैं.
मेटा सीईओ के कंपनी छोड़ने पर चल रही इन चर्चाओं पर अब कंपनी ने स्थिति स्पष्ट की है. मेटा के एक प्रवक्ता ने ट्विटर पर जुकरबर्ग के इस्तीफे संबंधी ट्वीट पर कमेंट करके बताया है कि इस तरह की चल रही खबरें फेक हैं. गौरतलब है कि मेटा की आय में पिछले कुछ तिमाहियों में लगातार गिरावट आ रही है. आय में कमी से परेशान कंपनी ने पिछले दिनों ही 11,000 कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया था.
वाल्टर ब्लूमबर्ग नामक एक ट्विटर यूजर ने दावा किया था कि मार्क जुकरबर्ग अगले साल इस्तीफा दे रहे हैं. इस ट्वीट के साथ द लिक्स नामक वेबसाइट का लिंक भी शेयर किया था, जिसमें जुकरबर्ग के त्यागपत्र देने का दावा किया गया था. अब मेटा के प्रवक्ता एंडी स्टोन ने इस ट्वीट पर कमेंट करते हुए लिखा है कि यह खबर पूरी तरह बेबुनियाद है.
मेटा को सितंबर, 2022 में समाप्त तीसरी तिमाही के दौरान विज्ञापनों से होने वाली आय में भारी गिरावट आई है. कंपनी के रेवेन्यू में सालाना आधार पर 4 फीसदी की कमी दर्ज की गई. लगातार दूसरी तिमाही में मेटा का रेवेन्यू घटा है. कंपनी ने तीसरी तिमाही में कुल 27.71 अरब डॉलर रेवेन्यू और 4.4 अरब डॉलर की नेट इनकम दर्ज की. नेट इनकम में सालाना आधार पर 52 फीसदी की कमी आई है. खास बात यह है कि एक पब्लिक कंपनी के रूप में मेटा के रेवेन्यू में सालाना आधार पर दूसरी बार कमी दर्ज की है. इससे पहले दूसरी तिमाही में 1 फीसदी की कमी दर्ज की गई थी.