नई दिल्ली। आपने अपने कई महीनों से इकट्ठा किए गए पैसों से अपना पसंदीदा फोन खरीदा और बहुत खुश हैं। लेकिन अगर आपको पता चलें कि आपका आईफोन फेक हो तो? जी हां कई स्कैमर्स सस्ते फोन का इस्तेमाल कर उन्हें लगभग आईफोन की तरह दिखने वाली ऐपल पैकेजिंग के साथ पैक करके बेच रहे हैं। ऐसे में अगर आप आईफोन को पहली बार खरीद रहे हैं या इसके बारे में नहीं जानते तो धोखा खा सकते हैं।
बता दें कि Apple के iPhone सबसे ज्यादा बिकने वाले स्मार्टफोन में से एक हैं, चाहे भारत हो या कोई अन्य देश इसकी लोकप्रियता बहुत है। इसलिए लोग बेहतरीन सुविधा वाले लेटेस्ट आईफोन को खरीदने के लिए लाखों खर्च कर देते हैं। भारत में आईफोन की बढ़ती मांग से नकली आईफोन का एक मार्केट बन गया है। दिल्ली NCR में हाल ही में एक घटना सामने आई है, जिसमें कुछ लोग सस्ते दाम में नकली आईफोन 13 बेच रहे थे। इस ग्रुप में तीन लोग शामिल थे, जिनके पास से पुलिस ने लगभग 60 नकली आईफोन जप्त किए।
मीडिया रिपोर्ट से पता चला है कि इस ग्रुप के लोग दिल्ली से 12 हजार में पुराना आईफोन खरीदते थे और बाद में इसे आइफोन के बाक्स में पैक करते थे। बता दें कि ये स्कैमर्स एक चीनी ऑनलाइन रिटेलर से 4,500 रुपये में एक असली आईफोन बॉक्स और 1000 रुपये में नकली आईफोन स्टीकर खरीदते थे और इसे 53,000 रुपये में बेच देते हैं। ये पैकंजिग इतनी असली लगती है कि कोई भी धोखा का सकता है। तो आइये जानते हैं कि ऐसे में आप इन नकली या रीफर्बिश्ड आईफोन को कैसे पहचान सकते हैं।
यहां कुछ ऐसे तरीके हैं जिनसे आप चेक कर सकते हैं कि आपका आईफोन नकली है या असली। इसमें सबसे पहला तरीका है कि आप अपने फोन का IMEI नंबर चेक करें। बता दें कि सभी स्मार्टफोन्स को 15-17 अंकों का एक यूनिक न्यूमेरिक नंबर मिलता है, जिसे IMEI कहा जाता है। कोड का उपयोग प्रॉवाइडर्स डिवाइस की विशिष्ट पहचान करने के लिए करते हैं। इसके लिए आप अपने फोन के सेटिंग> जनरल> अबाउट में जाकर अपने आईफोन का IMEI नंबर चेक करें। अगर यहां कोई IMEI नंबर नहीं है, तो आपका iPhone एक नकली मॉडल हो सकता है।
इतना ही नहीं आप ऑनलाइन भी IMEI नंबर की जांच कर सकते हैं। इसके लिए वेब ब्राउजर पर appleid.apple.com पर जाएं और अपनी डिवाइस पर Apple ID से साइन इन करें। इसके बाद डिवाइसेज सेक्शन में जाकर आपको सीरीज और IMEI/MEID नंबर के ऑप्शन दिखाई देंगे। यहां डिवाइस का चयन करें। अगर आपने नया आईफोन खरीदा है तो अपने आईफोन की सेटिंग में IMEI नंबर को क्रॉस चेक करें और बॉक्स पर मौजूद IMEI नंबर से मिलान करें।
नकली आईफोन के डिजाइन में बदलाव और खराब बिल्ड क्वॉलिटी होगी, इसलिए कैमरा मॉड्यूल, फ्रेम और नॉच पर पूरा ध्यान दें। बता दें कि लेटेस्ट आईफोन मॉडल मेटल और ग्लास बिल्ट के साथ आते हैं। इसके अलावा, असली iPhone में USB टाइप C पोर्ट नहीं मिलता है और इसके बॉटम पर लाइटनिंग कनेक्टर की भी सुविधा होती है। अगर इनमें से कोई भी कमी आपको अपने फोन में दिख रही है तो आपका फोन नकली हो सकता है।
जैसा कि हम जानते है कि iPhone iOS पर काम करता है। लेकिन अगर आपके पास नकली आईफोन है तो इसमें आपको Android या अन्य OS मिलेगा। ऐसे में आप अपने iPhone की सेटिंग में जाएं> सॉफ्टवेयर टैब खोलें> उस ऑपरेटिंग सिस्टम की जांच करें जिस पर iPhone चल रहा है। इसके अलावा iOS का लुक और ऐप्स एंड्रॉयड से काफी अलग होते हैं। इसलिए आप iPhones में Apple के खास ऐप जैसे कि Safari, Health, iMovie की जांच भी कर सकते हैं।