मुंबई. शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे को आने वाले वक्त में एक और बड़ा झटका लग सकता है. उनके सबसे करीबी सहयोगी और पार्टी के सचिव मिलिंद नार्वेकर के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के खेमे में शामिल होने की संभावना जताई जा रही है. इस तरह की खबरें सामने आईं हैं कि ठाकरे परिवार उनसे दूरी बनाने लगा है. जबकि नार्वेकर को ठाकरे परिवार का लंबे समय से विश्वासपात्र माना जाता रहा है. पार्टी में विभाजन के बाद भी मिलिंद नार्वेकर के सीएम शिंदे और डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस के साथ अच्छे संबंध कायम हैं.
शिवसेना के संस्थापक दिवंगत बाल ठाकरे के भरोसेमंद सहयोगी रवि म्हात्रे के ठाकरे परिवार के निजी आवास मातोश्री के लगातार दौरे ने उद्धव ठाकरे की करीबी मंडली में एक बड़े बदलाव के बारे में चर्चा को हवा दी है. ये कहा जा रहा है कि नार्वेकर ने उद्धव ठाकरे से काफी लंबे समय से मुलाकात नहीं की या मातोश्री नहीं गए, जबकि उद्धव खेमे का कहना है कि खुद ठाकरे ने नार्वेकर से दूरी बना ली है. कहा जा रहा है कि शिवसेना प्रमुख ने कुछ समय पहले नार्वेकर को दरकिनार करना शुरू कर दिया था.
यह तब साफ हो गया जब सीएम शिंदे गणेश उत्सव के दौरान खार में नार्वेकर के घर पहुंचे. उद्धव ठाकरे को इस बात की जानकारी बहुत पहले से थी कि नार्वेकर सीएम शिंदे, फडणवीस और विरोधी गुट के दूसरे बड़े नेताओं के संपर्क में थे. जबकि नार्वेकर ने इस बारे में कुछ भी कहने से इनकार किया है. जब शिवसेना सत्ता में थी तो नार्वेकर टिकट बांटने वाले प्रमुख लोगों में शामिल थे. उन्हें उद्धव ठाकरे ने शिंदे से बात करने के लिए गुजरात के सूरत भी भेजा था, जो वहां बागी विधायकों के साथ डेरा डाले हुए थे. जबकि शिंदे खेमे के सूत्रों का कहना है कि नार्वेकर को उनके साथ जुड़ने के लिए एक बड़े पद की पेशकश की गई है.