मेरठ। मेरठ में भारतीय किसान यूनियन ने सोमवार को नलकूपों पर बिजली के मीटर लगाने के विरोध में धरना दिया। राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत ने पत्रकारों से कहा किसानों की इतनी आय इतनी नही है कि वह इतने भारी भरकम बिल अदा कर सके। हरियाणा में किसानों का बिल ढाई सौ रुपए और पंजाब में पूरी तरह माफ है।
नरेश टिकैत ने कहा उनका भाजपा से कोई विरोध नहीं है। भाजपा के नेता अच्छे हैं। उनका विरोध भाजपा की किसान और मजदूर विरोधी नीतियों से है। कहां सरकार को इस मामले में मिल बैठ कर बात करनी चाहिए। राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत ने कहा कि अग्निपथ आरती भारती योजना युवाओं के सपने तोड़ने वाली व्यवस्था है, आखिरी दम तक विरोध किया जाएगा। इसके पहले किसान नेताओं में धरने को संबोधित करते हुए कहा जो बिजली का बिल पहले 1800 से 2000 था वह अब 10,000 आ रहा है।
धरना स्थल पर किसान नलकूपों पर लगे मीटर उखाड़ कर लाए थे। कहा एक तरफ सरकार कह रही थी कि किसानों को मुफ्त में बिजली दी जाएगी वहीं दूसरी ओर बिजली के मीटर लगाए जा रहे हैं। कहा कर्मचारी बिजली के मीटर लगाएंगे तो उन्हें उखाड़ कर उपखंड अधिकारी को वापस किया जाएगा। किसानों ने कहा नीचे लगी रिले खराब है जिसके चलते अनाप-शनाप बिल आ रहे हैं।
किसानों में देर रात पुलिस के साथ बिजली विभाग की टीम द्वारा छापेमारी करने का भी विरोध किया धरनास्थल पर चारों तरफ ट्रैक्टरों का घेरा बनाया गया था। धूप और उमस भरी गर्मी के बावजूद खासी संख्या में किसान धरना स्थल पर पहुंचे। वक्ताओं ने कहा आज फैसला आर पार का होगा। जिसमें बिजली के मीटर और छापेमारी को लेकर ठोस निर्णय लिया जाएगा।