मुंबई। पूर्व क्रिकेट कप्तान कपिल देव ने रविवार को दावा किया कि उन्हें वर्ल्ड कप फाइनल के लिए आमंत्रित ही नहीं किया गया था। 1983 की वर्ल्ड कप विजेता टीम के कप्तान कपिल देव ने कहा कि वह चाहते थे कि 1983 की विजेता टीम के सभी सदस्यों के साथ वह स्टेडियम में मैच देखें लेकिन उन्हें बुलाया ही नहीं गया। अब इस मुद्दे पर राजनीति शुरू हो गई है।
कपिल देव ने एक मीडिया चैनल से बात करते हुए तंज कसा कि ‘यह एक बड़ा इवेंट था और लोग जिम्मेदारियां निभाने में व्यस्त थे। इसलिए वह भूल गए होंगे।’ अब इस पर महाराष्ट्र में विपक्ष के नेता और कांग्रेस विधायक विजय वडेत्तिवार ने कहा कि ‘आज हर जगह राजनीति है…ऐसे में क्रिकेट इससे अछूता कैसे रह सकता है? क्रिकेट में भी राजनीति हो रही है, जिसके चलते कपिल जी को नहीं बुलाया गया।’
शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत ने कपिल देव को विश्व कप के फाइनल मैच में आमंत्रित ना किए जाने पर कहा कि ‘अगर भारतीय क्रिकेट बोर्ड असल में क्रिकेट से प्यार करता है तो उन्हें विश्वकप विजेता टीम के कप्तान कपिल देव को आमंत्रित करना चाहिए था लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया। यह गलत है।’
बता दें कि क्रिकेट वर्ल्ड कप के फाइनल में कई हाई प्रोफाइल लोग नजर आए। जिनमें बॉलीवुड सुपरस्टार शाहरुख खान, दीपिका पादुकोण और रणवीर सिंह आदि का नाम शामिल है। पूर्व बीसीसीआई अध्यक्ष होने के नाते पूर्व कप्तान सौरभ गांगुली को भी आमंत्रित किया गया था। वहीं कपिल देव ने उन्हें वर्ल्ड कप के लिए नहीं बुलाए जाने पर निराशा व्यक्त की। कपिल देव साल 1983 में क्रिकेट वर्ल्ड कप जीतने वाली टीम के कप्तान हैं। जिसमें भारतीय टीम ने सभी को चौंकाते हुए इंग्लैंड के लॉर्ड्स मैदान पर वेस्टइंडीज को हराकर विश्व कप जीता था। कपिल देव के खुलासे के बाद सोशल मीडिया पर भी यूजर्स ने बीसीसीआई अधिकारियों की आलोचना की है।