उदयपुर. भाजपा की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा के समर्थन में दस दिन पहले सोशल मीडिया पर पोस्ट डालने वाले एक शख्स की मंगलवार को दिनदहाड़े नृशंस हत्या कर दी गई। पिछले कई दिनों से शख्स को धमकियां मिल रही थीं। उक्त शख्स दर्जी का काम करता था। शख्स की ओर से नामजद शिकायत दर्ज कराने के बाद उसको पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा मुहैया कराई थी, लेकिन मंगलवार को बिना सुरक्षा के वह अपनी दुकान पर पहुंचा तो बदमाशों ने उसकी बेरहमी से गला काटकर हत्या कर दी।
आरोपियों ने एक वीडियो जारी किया, जिसमें वे रक्त से सने हथियार दिखाकर प्रधानमंत्री मोदी को चेतावनी देते नजर आ रहे हैं। इस घटना के बाद तनाव का माहौल है, जिससे उदयपुर के बाजार बंद हो गए हैं। घटनास्थल और संवेदनशील क्षेत्रों में भारी पुलिस बल को तैनात कर दिया गया है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया समेत विभिन्न नेताओं ने ट्वीट कर इस घटना की निंदा की है।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक कन्हैयालाल तेली (40) की मालदास स्ट्रीट में भूतमहल के पास सुप्रीम टेलर्स के नाम से दुकान है। इसी दुकान में नाप देने का बहाने दो बदमाश दाखिल हुए और कन्हैयालाल कुछ समझ पाते उससे पहले ही उन पर हमला कर दिया। बदमाशों ने कन्हैयालाल की गर्दन पर कई वार किए जिसके चलते उनकी मौके पर ही मौत हो गई। दिनदहाड़े हत्या को अंजाम देने के बाद दोनों बदमाश फरार हो गए।
हत्याकांड के विरोध में लोगों ने कन्हैयालाल का शव उठाने नहीं दिया। भारी संख्या में लोग प्रदर्शन के लिए पहुंचे तथा उन्होंने हंगामा भी मचाया। घटना के बाद जिला कलक्टर ताराचंद मीणा, पुलिस अधीक्षक मनोज चौधरी सहित पुलिस और प्रशासन के आला अधिकारी मौके पर पहुंचे। एफएसएल की टीम मौके पर पहुंची और मौके से साक्ष्य जमा किए।
घटना के बाद इलाके में तनाव फैल गया। लोगों ने सड़कों पर आकर अपना विरोध दर्ज कराया। घटना के बाद मालदास बाजार में दुकानें बंद कर दी गई हैं। हाथीपोल, धानमंडी, घंटाघर तथा सूरजपोल के अलावा पुलिस लाइन से भारी पुलिस बल को मौके पर बुला लिया गया। मौके पर भारी पुलिस बल तैनात है। इसके बावजूद खेरवाड़ा से मेवाड़ भील कोर की कंपनी को उदयपुर बुलाया गया है। उदयपुर जिले में अगले 24 घंटों के लिए इंटरनेट सेवाएं अस्थायी रूप से निलंबित कर दी गई हैं।
कन्हैयालाल दर्जी के परिजनों का कहना है कि नुपूर शर्मा के समर्थन में डाली पोस्ट के बाद उनके पिता को अल्पसंख्यक समुदाय के बदमाश जान से मारने की धमकी दे रहे थे। जिसकी शिकायत उसने नामजद दर्ज कराई थी लेकिन पुलिस ने समय पर कार्रवाई नहीं की। यदि पुलिस समय पर कार्रवाई करती तो उनकी हत्या नहीं होती।
पुलिस अधीक्षक मनोज चौधरी का कहना है कि हत्या बेरहमी से की है। जो भी अपराधी हैं, उनके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी। मृतक से जुड़े सभी रिकॉर्ड की जांच की जा रही है। आरोपियों की पहचान हुई है। उनकी गिरफ्तारी के लिए टीम भेजी गई है।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट कर कहा- उदयपुर में युवक की जघन्य हत्या की भर्त्सना करता हूं। इस घटना में शामिल सभी अपराधियों कठोर कार्रवाई की जाएगी एवं पुलिस अपराध की पूरी तह तक जाएगी। मैं सभी पक्षों से शान्ति बनाए रखने की अपील करता हूं। ऐसे जघन्य अपराध में लिप्त हर व्यक्ति को कड़ी से कड़ी सजा दिलाई जाएगी। मैं सभी से अपील करता हूं कि इस घटना का वीडियो शेयर कर माहौल खराब करने का प्रयास ना करें। वीडियो शेयर करने से अपराधी का समाज में घृणा फैलाने का उद्देश्य सफल होगा।