बरेली के फरीदपुर थाना क्षेत्र में जमीन पर कब्जे को लेकर हुई फायरिंग व तीन हत्याओं के मामले में 18 नामजद और 15 अज्ञात के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। बुधवार शाम रामगंगा की कटरी में जमीन पर कब्जे को लेकर हुई फायरिंग में तीन लोगों की मौत हो गई थी। मरने वालों में दो लोग सरदार परमवीर सिंह पक्ष के और एक सुरेश प्रधान पक्ष का था। परमवीर सिंह के फार्म हाउस मैनेजर खजांची लाल शर्मा की ओर से 18 लोगों को नामजद करते हुए करीब 15 अज्ञात हमलावरों के खिलाफ हत्या, हत्या की कोशिश जैसी गंभीर धाराओं में रिपोर्ट कराई है।
रामगंगा पार गोविंदापुर गांव में करीब एक हजार बीघा भूमि पर खेती को लेकर विवाद रहता है। इसमें करीब पांच सौ बीघा जमीन परमवीर पक्ष अपनी बताता है। जबकि दो सौ बीघा पर जोत को लेकर दोनों गुटों में ज्यादा रस्साकशी है। इसी जमीन पर परमवीर गुट के लोग बुधवार को गन्ना कटान कर रहे थे। आरोप है कि तभी सुरेश पाल सिंह तोमर उर्फ सुरेश प्रधान रामगंगा में स्टीमर से करीब 25 असलहाधारी लोगों को लेकर आया और दोनों पक्षों में तकरार के बाद खेतों में ही फायरिंग शुरू हो गई।
फायरिंग में परमवीर पक्ष के परमेंद्र व देवेंद्र की गोलियां लगने से मौत हो गई। इसके अलावा सुरेश गुट का गोलू मारा गया। परमवीर गुट के सुरेंद्र भी घायल हुआ तो फरार सुरेश प्रधान के भी घायल होने की बात बताई जा रही है। देर रात एडीजी पीसी मीना, आईजी डॉ. राकेश सिंह व एसएसपी अखिलेश चौरसिया समेत एसपी देहात राजकुमार अग्रवाल मौके पर पहुंचे थे। वहां अधिकारियों ने फोर्स के साथ आरोपियों की तलाश कराई था। इधर, गुरुवार को तीनों शवों को पोस्टमार्टम कराया गया।