मॉस्को. यूक्रेन के साथ जंग के बीच रूस की परमाणु हमले की धमकी से पूरी दुनिया सकते में है. संयुक्त राष्ट्र महासभा में आपात बैठक हो रही है. दुनियाभर के लीडर रूस को रोकने की कोशिशों में लगे हैं. वहीं, रूस का कहना है कि उसके न्यूक्लियर वेपन अलर्ट करने की वजह ब्रिटेन की विदेश सचिव लिज ट्रस हैं. यदि उन्होंने अपनी सीमा पार नहीं की होती, तो ऐसी नौबत नहीं आती.
Putin के प्रवक्ता ने कही ये बात
क्रेमलिन का कहना है कि राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन द्वारा परमाणु सेना को तैयार रहने का आदेश ब्रिटेन की विदेश सचिव के बयान का परिणाम है. पुतिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने सोमवार ने कहा कि यूक्रेन पर आक्रमण के दौरान तनाव बढ़ाने के लिए ब्रिटिश विदेश सचिव लिज ट्रस जिम्मेदार हैं. उन्होंने NATO की करवाई का भय दिखाने की कोशिश की थी, जिसके जवाब में रूस ने परमाणु हमले की बात कही.
Experts ने जताई आशंका
वहीं, एक्सपर्ट्स का मानना है कि रूस जरूरत पड़ने पर अपनी धमकी को सच साबित भी कर सकता है. नोबेल शांति पुरस्कार विजेता और मॉस्को स्थित न्यूजपेपर नोवाया गजेटा के संपादक दिमित्री मुराटोव ने कहा कि पुतिन के इस कदम का मतलब है कि अगर रूस के साथ वैसा व्यवहार नहीं किया गया जैसा वो चाहता है, तो सब कुछ नष्ट हो जाएगा.
US अधिकारी की चेतावनी
इस बीच एक अमेरिकी रक्षा अधिकारी ने चेतावनी दी कि अगर पुतिन यूक्रेन को लेकर अपने उद्देश्य में सफल नहीं हुए तो पूरी संभावना है कि वो परमाणु हमले जैसा बड़ा कदम उठा लें. जॉर्ज टाउन विश्वविद्यालय के परमाणु नीति विशेषज्ञ केटलिन तलमडगे ने कहा, ‘यदि स्थिति रूस के अनुरूप नहीं रहती, तो पुतिन अपनी धमको सच साबित भी कर सकते हैं’. वहीं, नाटो के महासचिव जेन्स स्टोलटेनबर्ग ने पुतिन की निंदा करते हुए कहा कि वह लापरवाह और खतरनाक हैं.
क्या कहा था लिज ट्रस ने?
ब्रिटिश विदेश सचिव लिज ट्रस ने कहा था कि रूस और यूक्रेन के बीच संघर्ष कई सालों तक चल सकता है. मॉस्को और भी कई घातक हथियारों का इस्तेमाल कर सकता है. इसके लिए दुनिया को तैयार रहने की आवश्यकता है. इसके अलावा उन्होंने रूस के NATO के साथ व्यापक संघर्ष की बात भी कही थी. अब रूस ने इसी को आधार बनाकर अपनी परमाणु धमकी को सही करार दिया है.