नई दिल्ली। शाहबाद डेरी थाना क्षेत्र के गांव प्रह्लादपुर की जैन कॉलोनी में रविवार शाम तक सबकुछ ठीकठाक था। जैसे ही कॉलोनी के लोगों के पास खबर पहुंची कि जैन कॉलोनी के रहने वाले साहिल खान उर्फ सन्नी ने नाबालिग लड़की की वहशी तरीके से केवल इसलिए हत्या कर दी कि उसने उससे दोस्ती तोड़ ली। इसके बाद से लोगों में रोष है।
लोगों का कहना है कि पाकिस्तान के खिलाफ कोई भी बात सुनना साहिल को पसंद नहीं था। क्रिकेट मैच में भारत के हाथों पाकिस्तान को शिकस्त मिलने पर साहिल का चेहरा उतर जाता था। ऐसे में अगर लोग पाकिस्तान की बुराई और भारत की बड़ाई करते थे, तो उसे नगवार गुजरता था।
उनका कहना है कि साहिल का परिवार दो वर्ष से अधिक समय से कॉलोनी में रह रहा है। हालांकि, इस दौरान कभी ऐसा नहीं लगा कि साहिल ऐसा बर्बर और हिंसक युवक है, पर अब वे चाहते हैं कि साहिल और उसका परिवार कॉलोनी छोड़कर कहीं और चला जाए।
उल्लेखनीय है कि शाहबाद डेरी में साक्षी की हत्या के मामले में कल यानी सोमवार को बुलंदशहर के अटेरना गांव से गिरफ्तार किए गए साहिल खान को दिल्ली लाया जा रहा है। उसे साक्षी की हत्या का कोई दुख नहीं है। उसके चेहरे पर न कोई शिकन है और न कोई पछतावा। साहिल को गिरफ्तार करने पहुंचे पुलिसकर्मियों ने यह बात उच्च अधिकारियों को बताई।