शामली। कैराना नगर पालिका परिषद का सीमा विस्तार के बाद कैैराना देहात में शामिल नाहिद कॉलोनी को अलग ग्राम पंचायत का दर्जा मिलेगा। उत्तर प्रदेश शासन ने कैैराना की नाहिद कॉलोनी को अलग ग्राम पंचायत का दर्जा दिए जाने के निर्देश दिए हैं।
वर्ष 2011 की जनगणना के बाद प्रदेश में नई जनगणना नहीं हुई है। वर्ष 2011 की जनगणना में नाहिद कॉलोनी का कोई अस्तित्व नहीं था। वर्ष 2013 के मुजफ्फरनगर दंगे के बाद कैराना देहात में नाहिद कॉलोनी अस्तित्व में आई। वर्ष 2013 के दंगे के बाद लांक-लिसाढ़, बहावड़ी गांव छोड़कर गए लोगों को नाहिद कॉलोनी में विस्थापित किया गया। दो साल पूर्व उत्तर शासन के निर्देश पर निकाय का सीमा विस्तार का प्रस्ताव प्रदेश की सभी निकायों से मांगे गए थे। शामली जिले से कैराना और कांधला नगर पालिका परिषद की ओर से प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजे गए थे। कैराना नगरपालिका का सीमा विस्तार पर आपत्तियों के निस्तारण होने के बाद शासन में स्वीकार कर लिया गया। शासन में कैराना नगर पालिका परिषद के सीमा विस्तार की हरी झंडी मिलने के बाद सीमा विस्तार में कैराना देहात में शामिल किया गया था। कैराना देेहात का हिस्सा आर्यपुरी मोहल्ला कैराना नगर पालिका परिषद में शामिल हो जाने के बाद कैराना देहात का अस्तित्व समाप्त हो गया।
कैराना देहात में शामिल नाहिद कॉलोनी को कैराना नगरपालिका सीमा विस्तार में शामिल नहीं किया गया। दूसरी ग्राम पंचायत में नया मजरा के रूप में शामिल होने में नाहिद कॉलोनी की भूरा गांव से नाहिद कॉलोनी की ज्यादा दूूूूरी थी। नाहिद कॉलोनी को नया ग्राम पंचायत का दर्जा दिए जाने पर जिला प्रशासन के अफसर पशोपेश में थे।
जिला प्रशासन ने नाहिद कॉलोनी को अलग से ग्राम पंचायत के रूप में दर्जा दिया जाने अथवा नाहिद कॉलोनी को दूसरे ग्राम पंचायत में शामिल किए जाने का शासन को डीएम जसजीत कौर की ओर से पत्र भेजा गया था। डेढ़ माह की प्रतीक्षा के बाद 24 नवंबर को शासन से कैराना की नाहिद कॉलोनी को ग्राम पंचायत का दर्जा दिए जाने का निर्देश दिए गए हैं। उत्तर प्रदेश शासन के पंचायत राज के निदेशक अनुज कुमार झा का नाहिद कॉलोनी को अलग ग्राम पंचायत का दर्जा दिए जाने के संबंध में जिला पंचायत राज अधिकारी कार्यालय को प्राप्त हो गया है।
डीपीआरओ नंदलाल कहा कहना है कि नई जनगणना के मुताबिक एक हजार से आबादी को दूसरी ग्राम पंचायत में विलय किया जाता है। वर्ष 2011 की जनगणना के बाद नाहिद कॉलोनी अस्तित्व में आई। नाहिद कॉलोनी के लोगों ने 2020 के ग्राम पंचायत के चुनाव में अपना मतदान किया था। उस समय नाहिद कॉलोनी कैराना देहात में शामिल थी। कैराना शहर की आबादी से दूर नाहिद कॉलोनी और निकट की ग्राम पंचायत भूरा की आबादी अधिक दूरी होने से भूरा गांव पंचायत में शामिल करना कठिन है। दो हजार की आबादी वाली नाहिद कॉलोनी के संबंध में शासन ने गाइड लाइन मांगी गई थी। शासन को पुन: पत्र भेजकर कैराना की नाहिद कॉलोनी के संबंध में शासन से गाइडलाइन मांगी गई थी। शासन से गाइड लाइन प्राप्त हो गई है।
कैराना की नाहिद कालोनी को ग्राम पंचायत का दर्जा दिए जाने का शासन का आदेेश मिल गया है। नाहिद कालोनी को ग्राम पंचायत का अलग से दर्जा प्राप्त हो जाने के बाद ग्राम पंचायत के अंतर्गत आने वाली सभी सुविधाएं जैसे सड़क, खड़ंजा, सीसी सड़क, नाली, आवास पेंशन, सुलभ शौचालय, सफाई, पेयजल आदि की सुविधाएं मिलेंगी।
– शंभूनाथ तिवारी सीडीओ शामली