नई दिल्ली. अगर आप भी कुछ नया शुरू करने का सोच रहे हैं तो आपके लिए कई मौके हैं. सरकार आजकल स्टार्ट-अप कंपनियों को बढ़ावा देने के लिए कई सारी योजनाएं चला रही है. अभी के समय में ऐसे कई बिजनेस हैं जिसे कम लागत में भी शुरू करके आप अच्छे पैसे कमा सकते हैं. आज हम यहां आपके लिए एक बिजनेस आइडिया लेकर आए हैं. यह एक ऐसा बिजनेस है जिसकी डिमांड गांव से लेकर शहर तक है. दरअसल, हम बात कर रहे हैं LED बल्ब बनाने के बारे में.
आजकल हर जगह LED Bulb की डिमांड काफी बढ़ गई है. ऐसे में यह बिजनेस आपके लिए बहुत फायदेमंद साबित हो सकता है. इन बल्बों के आने के बाद रोशनी काफी हद तक बढ़ी है और इसके साथ-साथ बिजली के बिलों पर भी लगाम लगी है. इस LED Bulb बिजनेस की वजह से कई लोगों को रोजगार भी मिला है. बता दें इस बिजनेस के लिए सरकार की तरफ से ट्रेनिंग भी दी जाती है.
LED बल्ब बिजनेस को आप बेहद कम लागत से भी शुरू कर सकते हैं. कम निवेश में यह एक बेहतरीन बिजनेस विकल्प है. अगर आप छोटे स्तर पर इसे शुरू करना चाहते हैं तो सिर्फ 50,000 रुपये में कर सकते हैं. इस काम के लिए आपको बड़े दुकान की जरूरत नहीं है. आप चाहें तो इसे अपने घर पर भी आसानी से शुरू कर सकते हैं.
आपको बता दें मिनिस्ट्री ऑफ माइक्रो, स्मॉल एंड मीडियम एंटरप्राइजेज के तहत कई संस्थान LED बल्ब बनाने की ट्रेनिंग देते हैं. LED Bulb बनाने की ट्रेनिंग के दौरान आपको बेसिक ऑफ LED, Basic of PCB, LED Driver, Fitting-Testing, मैटेरियल की खरीद, मार्केटिंग, सरकारी सब्सिडी स्कीम के अलावा बहुत सारी चीज़ों के बारे में बताया जाएगा. अब हर जगह स्वरोजगार कार्यक्रम के तहत LED बल्ब बनाने की ट्रेनिंग दी जाती है. इसके साथ ही जो कंपनियां LED बल्ब बनाती हैं वो भी ट्रेनिंग मुहैया कराती है. आप इनसे भी संपर्क कर सकते हैं.
अगर हम इस बिजनेस से कमाई की बात करें तो एक बल्ब को बनाने में करीब 50 रुपये तक की लागत आती है और बाजार में यह बड़ी आसानी से 100 रुपये में बिक जाता है. यानी आपको एक बल्ब पर सीधा दोगुना मुनाफा होगा. मान लीजिए अगर आप एक दिन में 100 बल्ब भी बनाते हैं तो आपको 50 रुपया हर बल्ब के हिसाब से 5000 रुपये की सीधी कमाई होगी. यदि महीने के हिसाब से देखें तो 1.50 लाख रुपये तक आप आसानी से कमा लेंगे. इसे एक अच्छा इनकम कहा जा सकता है.
यह बल्ब प्लास्टिक का होने की वजह से टिकाऊ होता है और लंबे समय तक चलता है. यह प्लास्टिक का होता है इसलिए इसके टूटने का भी ज्यादा खतरा नहीं रहता है. LED का पूरा नाम लाइट एमिटिंग डायोड है. जब इलेक्ट्रॉन अर्धचालक पदार्थ से होकर गुजरता है तो छोटे कणों को रोशनी मुहैया करता है, जिन्हें एलईडी (LED) कहा जाता है. आपको बता दें कि एक LED बल्ब की लाइफ आमतौर पर 50,000 घंटे या उससे ज्यादा होती है, जबकि CFL बल्ब की 8,000 घंटे तक ही होती है. इसकी खास बात यह है कि LED बल्ब को रिसाइकिल भी किया जा सकता है.