लखनऊ। उत्तर प्रदेश की रामपुर सदर विधानसभा सीट पर उपचुनाव के लिए 5 दिसंबर को मतदान होगा और तीन दिन बाद 8 दिसंबर को नतीजे घोषित किए जाएंगे. इस सीट पर समाजवादी पार्टी और सत्ताधारी बीजेपी में कड़ी टक्कर है. दोनों ही पार्टियों ने जमीनी स्तर पर पूरी ताकत लगा दी है. इसी फेहरिस्त में सपा नेता आजम खान भी शामिल हैं, जो रामपुर में प्रचार करते वक्त भावुक हो गए. उन्होंने सोमवार को अपना दर्द बयां करते हुए एक जनसभा में कहा, ‘इस्लाम में खुदकुशी करना हराम है इसलिए अब तक जिंदा हूं. वे लोग मुझे जान से मार नहीं सकते क्योंकि वे चाहते हैं कि मैं एड़ियां रगड़-रगड़कर मरूं. वे मुझे भारत से बाहर निकालना चाहते हैं.’
सपा नेता ने कहा, अजहर खान सलाखों के पीछे कैद है. उसकी पत्नी के आंसू मैं देख नहीं पा रहा हूं. बच्चे भी जेल में बंद हैं. मेरी मौत चाहिए तो जान से मार दो. गोली मार दो मुझको. मेरी वह मौत जिंदगी की तकलीफों से सस्ती होगी. उन्होंने कहा- मैं बहुत तकलीफ सह रहा हूं. हम पर हंसो कह-कहे लगाओ. मैं इस जिंदगी से थक गया हूं. तुमसे मौत मांगने आया हूं.
आजम खान इस दौरान जिला प्रशासन की ओर से अपने समर्थकों के उत्पीड़न और पार्टी नेताओं की उदासीनता से बेहद परेशान नजर आए. सपा नेता ने कहा कि जिला प्रशासन और स्थानीय पुलिस सपा कार्यकर्ताओं को धमकाने का काम कर रही है और उनके घरों में घुसकर उनके परिवार की महिला सदस्यों के साथ दुर्व्यवहार कर रही है. उन्होंने कहा कि ऐसा उन्हें 5 दिसंबर को रामपुर विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव में वोट डालने से रोकने के लिए किया जा रहा है.
उन्होंने कहा, पुलिस ने मेरी पत्नी और रामपुर की पूर्व सांसद तंजीन फातिमा को भी धमकी दी और उनके लिए आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल किया. आजम खां ने कहा कि रामपुर नगर निगम के उपकरण गायब होने के मामले में सपा नेता के सह आरोपी मोहम्मद तालिब के घर पर पुलिस की एक टीम ने छापा मारा. उपकरण इस साल सितंबर में जौहर विश्वविद्यालय से बरामद किया गया था. इस मामले में तालिब फरार है और पुलिस ने उसके खिलाफ कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर दी है.
आजम ने आरोप लगाया, पार्टी के 50 कार्यकर्ताओं के दरवाजे तोड़ दिए गए और कई निर्दोष लोगों को सड़कों से उठा लिया गया. वे महिलाओं के लिए आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल करते थे. महिलाओं के साथ ऐसा अमानवीय और शर्मनाक व्यवहार प्रशासन को शोभा नहीं देता. मेरी पत्नी तालिब की बुजुर्ग मां को देखने गई थी, जिनकी तबीयत ठीक नहीं है, तभी पुलिस ने उनकी तलाश में घर पर छापा मारा.
आजम खान ने कहा, उन्होंने मेरा वोट देने का अधिकार खत्म कर दिया है, लेकिन मेरे पास अभी भी पार्टी के उम्मीदवारों के लिए वोट मांगने का अधिकार है. मेरे पास पुलिस अत्याचार के वीडियो हैं और हम उन्हें अदालत में पेश करेंगे. मुझे लगता है कि मुझे सपा प्रमुख अखिलेश यादव से कहना चाहिए कि वह भारत के चुनाव आयोग से बीजेपी उम्मीदवार को विजेता घोषित करने का अनुरोध करें क्योंकि यहां कोई चुनाव नहीं हो रहा है. हमारे मतदाताओं को धमकी दी जा रही है कि वे वोट न डालें, नहीं तो उनके घर खाली कर दिए जाएंगे.