कन्नौज। अखिलेश यावद के नामांकन को लेकर अधिकारिक रूप से कोई कुछ नहीं बोल रहा है, लेकिन यह तय माना जा रहा है कि पार्टी को कन्नौज से मिले फीडबैक के आधार पर हुए मंथन के आधार पर अखिलेश यादव के ही चुनाव लड़ने की बात पक्की हो गई है।
लोकसभा चुनाव के लिए कन्नौज में चल रहा सियासी ड्रामा अपने चरम पर है। सपा में टिकट को लेकर असमंजस की स्थिच बनी हुई है। पहले अखिलेश यादव के लड़ने की चर्चा के बीच उनके भतीजे तेज प्रताप यादव का नाम सामने किया गया। अब फिर से अखिलेश यादव के ही नाम की चर्चा जोर पकड़ने लगी है। यह तय माना जा रहा है कि अब अखिलेश यादव ही यहां से चुनाव लड़ेंगे। वह नामांकन के आखिरी दिन गुरुवार को कन्नौज कलक्ट्रेट पहुंचकर अपनी दावेदारी पेश करेंगे।
इस दौरान सपा के पूरे कुनबे के यहां रहने की संभावना जताई जा रही है। इसमें अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव, चाचा डॉ. रामगोपाल यादव और शिवपाल यादव भी रहेंगे। खुद तेज प्रताप यादव भी यहां नामांकन के समय मौजूद रहेंगे। हालांकि अखिलेश यावद के नामांकन को लेकर अधिकारिक रूप से कोई कुछ नहीं बोल रहा है, लेकिन यह तय माना जा रहा है कि पार्टी को कन्नौज से मिले फीडबैक के आधार पर हुए मंथन के आधार पर अखिलेश यादव के ही चुनाव लड़ने की बात पक्की हो गई है। अभी पार्टी की ओर से अधिकारिक रूप से इस बारे में कुछ भी सार्वजनिक नहीं किया गया है।
पार्टी के जिम्मेदार फिलहाल तेज प्रताप यादव को ही अधिकृत उम्मीदवार बता रहे हैं। जिलाध्यक्ष कलीम खान ने बताया कि पिछले दो दिनों की रिपोर्ट पार्टी प्रमुख तक पहुंचा दी गई है। अब उन्हें आगे का फैसला लेना है। पार्टी ने तेज प्रताप यादव को उम्मीदवार घोषित कर रखा है। बदलाव से जुड़ा जो भी फैसला होगा, उसे सभी कार्यकर्ता मानेंगे।