टिहरी गढ़वाल। मुख्य सचिव डा.एसएस संधु ने टिहरी पहुंचकर बांध की झील का निरीक्षण कर झील क्षेत्र के विकास के लिए बनाई जा रही डीपीआर की जानकारी हासिल की। सीएस ने झील विकास के लिए किए जा रहे कार्यों को जल्द धरातल पर उतारने के निर्देश दिए। इस दौरान उन्होंने डोबरा-चांठी पुल और फ्लोटिंग हट्स का निरीक्षण भी किया।
शनिवार को कोटीकालोनी पहुंचे मुख्य सचिव संधु ने अधिकारियों की बैठक लेते हुए झील विकास के लिए 1200 करोड़ रुपये की लागत से बनाए जा रहे मास्टर प्लान की डीपीआर पर चर्चा करते हुए कहा कि प्लान को धरातल पर उतारने के लिए तेजी से कार्य करें। जिससे यहां पर्यटन गतिविधियों को बढ़ाया जा सके। मुख्य सचिव ने टिहरी झील का निरीक्षण करते हुए कहा कि टिहरी झील में पर्यटन विकास की अपार संभावनाएं हैं। झील का मास्टर प्लान तैयार कर टिहरी झील को विश्व पर्यटन के मानचित्र पर लाने के लिए तेजी से कार्य करें। उन्होंने कार्यदायी कंपनी को निर्देश दिए कि वह झील क्षेत्र के आसपास पर्यटकों के लिए बुनियादी सुविधाएं स्थापित करें, जिससे यहां पर्यटकों की संख्या में इजाफा हो सके और स्थानीय बेरोजगार युवाओं के लिए रोजगार के साधन बढ़ सकें। उन्होंने कहा कि नए बोटिंग प्वाइंट चिह्नित कर प्लान के तहत झील क्षेत्र के आसपास किए जाने वाले कार्यों को जल्द धरातल पर उतारने का प्रयास करें। सीएस ने डोबरा-चांठी पुल, फ्लोटिंग हट्स और ईको हट्स का भी निरीक्षण किया। डीएम इवा आशीष श्रीवास्तव ने झील क्षेत्र के विकास के लिए किए जा रहे कार्यों की विस्तृत जानकारी दी। बैठक में एसएसपी नवनीत सिंह भुल्लर, निदेशक अवस्थापना दीपक खंडूड़ी, जिला पर्यटन विकास अधिकारी अतुल भंडारी, जिला साहसिक खेल अधिकारी खुशाल सिंह नेगी और पीएसओ मुख्य सचिव डीएस कंडारी आदि मौजूद थे।