प्रयागराज: आज यानी 5 मई की रात की से चंद्र ग्रहण लगेगा, इसकी अवधि 4 घंटे 19 मिनट तक रहेगी. खास बात यह है कि भारत में से देखना संभव नहीं होगा. यह साल का पहला चन्द्र ग्रहण होगा. वहीं दूसरा ग्रहण 28 अक्टूबर को लगेगा जो कि आंशिक रूप से दिखाई भी देगा. जवाहर तारामंडल के निदेशक डॉ वाई रवि किरण ने बताया कि वर्ष के पहले चंद्र ग्रह को अपनी नग्न आंखों से नहीं देख सकते हैं. ग्रहण के दौरान पृथ्वी की छाया का हल्का बाहरी भाग चंद्रमा की सतह पर पड़ता है, यही कारण है कि हम इसे देख नहीं पाते. इसके अतिरिक्त लाल ग्रह मंगल कर्क राशि में है. रात्रि 11 बजे तक इसे देख पाना संभव है.
23 मई को चंद्रमा के निकट शुक्र ग्रह रहेगा. वहीं 24 मई को यह मंगल ग्रह के करीब देखा जा सकता है, खास बात यह है कि सबसे छोटा ग्रह बुध और सबसे बड़ा बृहस्पति मेष राशि में है. यह राशियां तारों का समूह होती हैं जिसे तीर की आकृति में पूर्व की तरफ देर रात देख सकते हैं. इसके अतिरिक्त वासुकी, नरतुरंग, त्रिशंकु, उत्तर मुकुट, भुजंगधारी और स्वरमंडल तारे इन दिनों आसमान पर देखे जा रहे हैं.
जवाहरलाल तारामंडल की विज्ञानी सुरूर फातिमा बताती हैं, वासुकी बहुत अधिक तारों का समूह है. छह चमकदार तारे ही इस मंडल में नजर आते हैं और यह सर्प की आकृति की तरह दिख रहे हैं. चंद्र ग्रहण के दौरान भी आसमान में हम इसे देख सकते हैं. दक्षिणी भाग में नर तुरंग तारामंडल भी देखा जा सकता है, यह मनुष्य और घोड़े की आकृति का मिश्रित स्वरूप है. इसी क्रम में 5 तारों का समूह त्रिशंकु है. इसे दक्षिण दिशा में देख सकते हैं. इस माह कर्क राशि पश्चिम दिशा में 6 तारों के समूह में दिख रही है.