नई दिल्ली. कई लोगों को बैठे-बैठे पैर हिलाते रहने की आदत होती है. इसके लिए बड़े-बुजुर्ग टोकते हुए भी नजर आते हैं क्योंकि इस तरह पैर हिलाना बुरा माना जाता है. इसके पीछे ज्योतिषीय और वैज्ञानिक कारण जिम्मेदार हैं. ज्योतिष और वैज्ञानिक दोनों ही नजरिए से बैठे-बैठे पैर हिलाना हमारे जीवन को नुकसान पहुंचाता है. आइए जानते हैं बैठे-बैठे पैर हिलाने के क्या-क्या नुकसान हैं.
– जो लोग बैठे-बैठे पैर हिलाते हैं उनकी ये आदत उन्हें समय के साथ गरीब बनाती है. इस तरह पैर हिलाना मां लक्ष्मी को नाराज करता है. इससे व्यक्ति के जीवन से सुख, धन-समृद्धि कम होती है.
– जो लोग पूजा-पाठ, प्रार्थना करते समय या कोई भी धार्मिक अनुष्ठान करते समय पैर हिलाते हैं उन्हें पूजा का फल नहीं मिलता है. उनकी पूजा-प्रार्थना व्यर्थ चली जाती है.
– इसके अलावा बैठे-बैठे पैरों का हिलाना आत्मविश्वास की कमी को दर्शाता है और यह सामने वाले व्यक्ति पर आपका बुरा प्रभाव डालता है.
– ज्योतिष के अनुसार पैर हिलाने से संचित धन का भी नाश होने लगता है. ऐसे लोगों पर मां लक्ष्मी कृपा नहीं करती हैं.
– वैज्ञानिक दृष्टि से देखें तो इस तरह पैर हिलाने से दिल का दौरा पड़ने का खतरा बढ़ जाता है. ऐसे लोगों को हृदय संबंधी समस्याएं हो सकती हैं. मेडिकल साइंस में पैर हिलाने की आदत को ‘रेस्टलेस लेग्स सिंड्रोम’ भी कहा जाता है और इससे बचने की सलाह दी जाती है.
– जो लोग पैर हिलाते हैं उन लोगों की नींद पर भी बुरा असर पड़ता है. ऐसे लोगों को अनिद्रा की शिकायत हो जाती है.