मुजफ्फरनगर। वित्तीय अधिकार मिलने के बाद चेयरपर्सन अंजू अग्रवाल ने कहा कि शहर का विकास पटरी पर लौटेगा और रूके हुए कामों को वह तेजी से पूूरा कराने का काम करेंगी। पालिका के सभासदों, अधिकारियों और कर्मचारियों ने उनके आवास पर पहुंचकर बधाई दी। अग्रवाल ने कहा कि वह जनता को पाई-पाई का हिसाब देने को तैयार है।
हाईकोर्ट के आदेश के बाद शनिवार को चेयरपर्सन अंजू अग्रवाल के मीका विहार स्थित उस आवास पर खुशी और जश्न का माहौल था। सभासदों के समक्ष अंजू अग्रवाल ने आरोप लगाए कि वित्तीय अधिकार सीज होने के बाद किसी भी कार्य के लिए पालिका प्रशासन के द्वारा उनकी प्रशासनिक स्वीकृति नहीं ली गई, जबकि साढ़े छह करोड़ रुपये से ज्यादा के भुगतान तेजी के साथ करा दिए गए।
सभासद अरविंद धनगर, अब्दुल सत्तार, राहुल पंवार, ओम सिंह, सभासद पति नौशाद कुरैशी के साथ ही जलकल अभियंता सुनील कुमार, सफाई कर्मचारी संघ के महामंत्री सोनू मचल, स्टेनो गोपाल त्यागी, पालिका के लेखा लिपिक मैनपाल सिंह, लिपिक राजीव वर्मा, अशोक ढींगरा, गोपीचंद वर्मा, मनोज बालियान, मुकेश शर्मा, आईटी प्रियेश कुमार, मनोज पाल आदि मौजूद रहे। अभिषेक अग्रवाल और एसके बिट्टू आदि मौजूद रहे।
इसलिए कार्यालय नहीं गई चेयरपर्सन
सवेरे चेयरपर्सन अंजू अग्रवाल ने अधिकार बहाल होने के बाद पालिका कार्यालय पहुंचने की तैयारी की थी, लेकिन इसी बीच खबर मिली की पालिका के लिपिक और स्वायत्त शासन कर्मचारी महासंघ के महामंत्री तनवीर आलम के भतीजे का आकस्मिक निधन हो गया है। शोक की वजह से अग्रवाल ने कार्यक्रम को स्थगित कर दिया।
फंडिंग वाले सभासद कर रहे शिकायत
चेयरपर्सन अंजू अग्रवाल ने कहा कि केवल दो-तीन सभासद ऐसे हैं, जो लगातार भ्रष्टाचार का शोर मचाते हुए शिकायत करते हैं, जबकि मुझे मालूम है कि इन लोगों को कुछ लोग मेरे खिलाफ फंडिंग कर रहे हैं। मैं आज भी जनता को पाई पाई का हिसाब दे सकती हूं, कभी मैंने खुद को चेयरपर्सन नहीं माना है, पालिका की केयर टेकर के रूप में कार्य किया है और आगे भी इसी नीति पर काम होगा।
केन्द्रीय मंत्री संजीव बालियान से मिली चेयरपर्सन
वित्तीय अधिकार बहाल होने के बाद सुबह चेयरपर्सन अंजू अग्रवाल ने अपने पुत्र अभिषेक अग्रवाल के साथ केंद्रीय राज्यमंत्री डॉ संजीव बालियान के आवास पर पहुंच मुलाकात की। बालियान को हाईकोर्ट के निर्णय के बारे में विस्तार से बताया।