नई दिल्ली. भारतीय टीम इस समय टी20 वर्ल्ड कप 2022 की तैयारियों के लिहाज से कई टी20 सीरीज खेल रही है. रोहित शर्मा की कप्तानी में टीम इंडिया बदलाव के दौर से गुजर रही है. आईपीएल और घरेलू क्रिकेट में अच्छा प्रदर्शन कर कई स्टार प्लेयर ने टीम इंडिया में जगह बनाई है. ये युवा खिलाड़ी अपने प्रदर्शन से सभी का दिल जीत रहे हैं, लेकिन रोहित शर्मा की कप्तानी में टीम इंडिया के दो स्टार प्लेयर ने बहुत ही खराब खेल दिखाया है. ये खिलाड़ी टीम इंडिया के लिए सबसे बड़ा बोझ बन चुके हैं. कभी ये प्लेयर्स टीम इंडिया की मजबूती माने जाते थे.
भारतीय टीम के सुपरस्टार बल्लेबाज विराट कोहली लंबे समय से खराब फॉर्म से जूझ रहे हैं. उनके बल्ले से रन नहीं निकल रहे हैं. रोहित शर्मा की कप्तानी में विराट कोहली एक भी बड़ी पारी नहीं खेल पाए हैं. उनका मनोबल बहुत ही ज्यादा गिर गया है. वह क्रिकेट के तीनों ही फॉर्मेट में पिछले तीन से एक भी शतक नहीं लगा पाए हैं. वह टीम इंडिया के लिए सबसे बड़े गुनहगार बन चुके हैं. वहीं, कोहली को ज्यादातर मैचों से आराम दिया जा रहा है.
जब भी विराट कोहली को टीम इंडिया से आराम दिया गया है. उनकी जगह नंबर तीन पर युवा खिलाड़ियों ने अपने खेल से सभी का मन मोह लिया. ये प्लेयर्स आत्मविश्वास से भरे हुए नजर आ रहे हैं. श्रीलंका के खिलाफ सीरीज में श्रेयस अय्यर ने नंबर तीन पर सबसे ज्यादा रन बनाए थे. वहीं, आयरलैंड दौरे पर दीपक हुड्डा ने नंबर तीन पर तूफानी शतक लगाया था. कोहली खुद वनडे और टी20 मैचों में बुरी तरह से फ्लॉप साबित हुए हैं. ऐसे में कोहली की टी20 वर्ल्ड कप के लिए जगह खतरे में पड़ी नजर आ रही है.
बीसीसीआई ने जितने मौके ऋषभ पंत को दिए शायद ही उतने किसी को दिए गए. ऋषभ पंत टेस्ट मैचों में भारत के नंबर एक विकेटकीपर बल्लेबाज हैं, लेकिन सफेद गेंद के क्रिकेट में वह कमाल दिखाने में विफल साबित हुए हैं. पंत एक मैच में रन बनाते हैं, तो अगले चार मैचों में उनका बल्ला खामोश रहता है. ऋषभ पंत अब तक भारत के लिए 50 टी20 इंटरनेशनल मैच खेल चुके हैं, जिसमें उन्होंने 22 की मामूली औसत और 125 के साधारण स्ट्राइक रेट के साथ 768 रन बनाए हैं. उनकी वजह से ईशान किशन और संजू सैमसन जैसे विकेटकीपर्स को मौका नहीं मिल पा रहा है.