नई दिल्ली। कांग्रेस ने हाल ही में राज्यों के लिए नए नामों और प्रभारियों की घोषणा की थी। पार्टी आलाकमान का प्रयास है कि ये लोग कार्यकर्ताओं में जान फूंक सकें, जो खासकर राज्य चुनाव के खराब नतीजों से हताश नजर आते हैं। कांग्रेस को उम्मीद है कि भारत जोड़ो न्याय यात्रा से भी इसमें काफी हद तक मदद मिलेगी।
पार्टी नेता राहुल गांधी खासतौर से उन क्षेत्रों में यात्रा करने वाले हैं जहां यह सबसे पुरानी पार्टी कमजोर दिखती है और कार्यकर्ता निराश मालूम पड़ते हैं। यहां इस बात की जिक्र भी जरूरी हो जाता है कि इससे भारत जोड़ो यात्रा ने खूब सुर्खियां बटोरी थी। ऐसा माना गया कि इसके जरिए राहुल गांधी की छवि काफी मजबूत हुई और पार्टी कार्यकर्ताओं में नया उत्साह पैदा हुआ।
रिपोर्ट के मुताबिक, कांग्रेक के ऐसे सीनियर नेता जिनका जनाधार अच्छा हो और हाई प्रोफाइल वाले हों, उन्हें लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए कहा जा सकता है। युवाओं में से भी कई लोगों को यह मौका देने की तैयारी है। हालांकि, सूत्रों के हवाले से बताया जा रहा है कि इस प्रस्ताव को लेकर बहुत से नेता उत्सुक नजर नहीं आ रहे।
इनमें पूर्व मुख्यमंत्रियों भूपेश बघेल, टीएस सिंह देव और अशोक गहलोत के नाम प्रमुख हैं जो लोकसभा के लिए फिलहाल सहमत नहीं दिखते। उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और ओडिशा जैसे राज्यों में कांग्रेस के सामने समस्या उम्मीदवारों को ढूंढने की भी है। बताया गया कि कांग्रेस ने सीट-बंटवारे की बातचीत के दौरान यूपी में 10 सीटों पर दावा किया था। मगर, उसके लिए प्रयागराज, अमेठी और रायबरेली के अलावा बाकी सीटों पर मजबूत प्रत्याशी को ढूंढना मुश्किल हो सकता है।