मुजफ्फरनगर। मां शाकंभरी विश्वविद्यालय सहारनपुर की ओर से बीएससी गृह विज्ञान की फीस बढ़ाए जाने से पढ़ाई छोड़ रही छात्राओं के पक्ष में भारतीय अति पिछड़ा वर्ग संघर्ष मोर्चा खड़ा हो गया है। चेतावनी दी है कि छात्राओं को राहत नहीं मिली तो कॉलेज के गेट और महाविद्यालय के प्रबंधक की फैक्टरी पर धरना प्रदर्शन किया जाएगा। उधर, छात्रा नैना ने मदद का प्रस्ताव ठुकरा दिया। छात्रा ने कहा कि वह अन्य सभी छात्राओं के साथ है। सबके साथ समान व्यवहार होना चाहिए।
बता दें कि बीएससी गृह विज्ञान की फीस की वजह से जैन डिग्री पीजी कॉलेज की करीब 20 छात्राओं ने नाम कटवा लिया है। इस मामले को अमर उजाला ने 18 जनवरी के अंक में प्रमुखता से प्रकाशित किया था। इसका संज्ञान लेकर शहर के एक उद्यमी ने पढ़ाई छोड़ने वाली छात्रा नैना से संपर्क किया और उसकी मदद करने की बात कही। मगर, छात्रा ने मदद लेने से इनकार कर दिया। छात्रा का कहना है कि उसके अलावा और भी छात्राओं ने अपने नाम कटवा दिए हैं, इसलिए जो भी होगा सभी छात्राओं के साथ होगा। इसमें विवि को फीस कम करनी चाहिए, ताकि सभी छात्राएं पढ़ सकें।वह अकेली कोई मदद नहीं लेगी।
उधर, राष्ट्रीय अध्यक्ष मोहन प्रजापति ने बढ़ाई गई फीस पर नाराजगी जताई। कहा कि भाजपा सरकार में शिक्षा को महंगा कर गरीब, मजदूर व कमजोर वर्ग से शिक्षा हासिल करने का अधिकार छीनने का काम किया जा रहा है। ऐसे में कमजोर वर्ग के छात्र छात्राओं के लिए शिक्षा ग्रहण करना बड़ी चुनौती बन गई है।
उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर फीस के अभाव में किसी भी छात्रा का नाम कॉलेज की ओर से काटा गया तो बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। मां शाकंभरी विश्वविद्यालय द्वारा बढ़ाई गई फीस अविलंब वापस ली जाएं, नहीं तो उनका संगठन आंदोलन करने को बाध्य होगा।
जैन डिग्री पीजी कॉलेज की छात्रा शिवानी, अंजुम, इकरा, ज्योति, प्रियंका, प्रिया, कोमल, फरहीन सिद्दिकी, शहजादी, तनु रानी, मुस्कान परवीन, नैना, ईराम, सोफिया मलिक, ईशा, प्रियंका, राधिका, शिखा और शिवानी ने फीस बढ़ने के कारण अपना नाम कटा लिया है। छात्राओं का कहना है कि मां शाकंभरी विवि ने इतनी ज्यादा फीस कर दी है कि उनका परिवार उसे वहन नहीं कर सकता।